मौत का खेल
आगाज़ गर्मियों के मौसम में जुलाई की एक शाम को हुआ। तब आकाश में बादलों का नामोनिशान नहीं था और धूल भरी गर्म लू बदन को झुलसाये दे रही थी।
पिट्सबर्ग में केनसास शहर आने वाले जनरैली सड़क को नेवादा और स्काट फोर्ट से आने वाली सड़कें जहां काटती हैं, वहां एक पैट्रोल पम्प है और साथ ही लकड़ी के बड़े खोखे में एक रेस्टोरेन्ट है। पैट्रोल पम्प और रेस्टोरेन्ट दोनों को एक बूढ़ा विधुर और उसकी गोल-मोल सी मोटी लड़की चलाते हैं।
धूल भरी एक पेकार्ड कार एक बजे के कुछ ही मिनट बाद रेस्टोरेन्ट के सामने आकर रुकी। कार में दो व्यक्ति थे जिनमें से एक सो रहा था। कार चलाने वाले का नाम था बैली—छोटा लेकिन मोटा शरीर, काली व्याकुल सी आंखें और जबड़े पर जख्म का एक बड़ा सा निशान। उसकी खस्ताहाल मैली कमीज में अनगिनत सलवटें थीं और पिछली रात उसने जी भरकर शराब पी थी और अब गरमी ने उसे बुरी तरह परेशान कर रखा था।
कार से बाहर आकर उसने मुड़कर सोये अपने साथी सैम की ओर देखा, फिर कन्धे उचकाता हुआ रेस्टोरेन्ट की ओर चल दिया।
हल्के रंग के बालों वाली लड़की मुस्कुराई। उसके दांत काफी बड़े-बड़े थे और उन्हें देखकर बैली को पियानो की स्वरतालिका की याद आ जाती थी। लड़की काफी मोटी थी और यही वजह थी कि बैली को उसमें किसी प्रकार की दिलचस्पी नहीं थी। उस मुस्कान का उसने कोई जवाब नहीं दिया।
‘‘हैलो मिस्टर,’’ लड़की मुस्कराकर बोली, ‘‘ओह! लानत है! इतनी गर्मी है कि रात भर मैं सो ही नहीं सकी।’’
बैली ने रूखे स्वर में आर्डर दिया, ‘‘स्काच!’’ और फिर अपने मैले रूमाल से अपना मुंह साफ करने लगा।
लड़की ने काऊंटर पर गिलास और व्हिस्की की बोतल रखते हुए कहा, ‘‘आपको बीयर पीनी चाहिये। इतनी तेज गर्मी में व्हिस्की से आपका क्या होगा?“
‘‘अपने मुंह को बन्द ही रखो,’’ बैली बोतल और गिलास मेज की ओर ले जाता हुआ बोला। लड़की ने कन्धे उचका कर एक किताब उठाई और उसमें दिलचस्पी लेने लगी।
बैली ने खूब पी। वह परेशान था।
वह सोच रहा था कि यदि रिली कोई खास प्रोग्राम नहीं बना पाया तो पैसों के लिये उन्हें कोई बैंक ही लूटना पड़ेगा और वह यह करना नहीं चाहता था क्योंकि केन्द्रीय पुलिस वालों से उसे डर लग रहा था। उसने खिड़की से बाहर झांककर कार में सोये सैम की ओर देखा। कार चलाने के अलावा सैम और किसी भी काम के लिये बेकार था। बैली सोचने लगा—उसे चिन्ता रहती थी तो केवल इस बात की कि अगला खाना कब मिलेगा—ताकि वह फिर निश्चिन्त होकर सो सके। किसी न किसी प्रकार पैसे लूटने का काम उसे और रिली को ही करना पड़ता था।
व्हिस्की पीने पर उसकी भूख जाग उठी। लड़की को आदेश देते हुए वह बोला, ‘‘हैम और अंडे—जल्दी।’’
लड़की ने खिड़की के बाहर सैम की ओर संकेत करते हुए पूछा, ‘‘क्यों? उसे कुछ नहीं चाहिये क्या?’’
‘‘वह कुछ खाने लायक है भी?’’ बैली ने डांटते हुए कहा, ‘‘जल्दी करो। मुझे भूख लगी है।’’
तभी बाहर एक फोर्ड कार आकर रुकी और एक मोटा व्यक्ति बाहर निकलकर रेस्टोरेन्ट की ओर बढ़ा। बैली मन ही मन बुदबुदाया—‘हेनी! यह यहां क्या करने आया है?’
मोटा आदमी अन्दर घुसा और बैली की ओर हाथ उठाता हुआ बोला, ‘‘कहो। कैसे हो। बड़े दिनों बाद मिले।’’
‘‘लानत है,’’ बैली ने मुंह बिचकाते हुए कहा, ‘‘यह गर्मी तो मुझे मार ही डालेगी।’’
हेनी आकर सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया। एक महत्त्वपूर्ण ब्लैकमेलर का पिट्ठू होने के नाते उसके पास कई ऐसी जानकारियां होती थीं जिनके सहारे केनसास शहर के बदमाश छोटी मोटी डकैती या लूटमार का प्रोग्राम बना सकते थे।
‘‘फिर से कहो तो,’’ हेनी ने भुनते हुए मुर्गे की महक सूंघते हुए कहा—‘‘गर्मी की बात करते हो, रात को मैं एक शादी में गया था। सच कहता हूं, गर्मी के मारे भुनकर ही रह गया। और सुनाओ। धन्धा कुछ फीका है क्या? कुछ ढीले से दिखाई देते हो।’’
‘‘कई हफ्ते गुजर गए—कुछ भी हाथ नहीं लगा। और तो और, कोई साला घोड़ा भी साथ नहीं दे रहा।’’
‘‘मेरी मानो—मैं बताता हूं—अब की बार ‘पोन्टी’ जीतेगा!’’
बैली ने मुंह बिसूर दिया और बोला—‘‘वह—पोन्टी? वह तो यूं लगता है जैसे किसी छोटी सी सर्कस से भागा हुआ टट्टू हो।’’
‘‘तुम्हें कुछ पहचान नहीं—उस घोड़े पर कई हजार खर्च हो चुके हैं और वह लगता भी स्मार्ट ही है,’’ हेनी ने कहा।
‘‘हूं। इतनी राशि यदि मुझ पर भी सर्फ हो तो मैं भी स्मार्ट लगने लगूंगा।’’ बैली ने कहा।
लड़की हैम और अंडा मेज पर रख गई। ‘‘हां तो सुन्दरी—मेरे लिये भी यही कुछ ले आओ,’’ हेनी बोला, ‘‘और हाँ, साथ में बीयर भी।’’
लड़की मुस्कराकर पीछे हटी और फिर काउन्टर की ओर चल दी।
‘‘ऐसी ही लड़कियां मुझे अच्छी लगती हैं,’’ हेनी मुस्कराता हुआ बोला, ‘‘वाह क्या पटाखा है—जैसे दो को मिलाकर एक बनी हो।’’
बैली ने मुंह चलाते हुए कहा, ‘‘कहीं से कोई रकम कुछ पैसे कुछ हाथ लगने ही चाहिये! कोई तरकीब बताओ न यार?’’
‘‘कोई मामला जमा तो जरूर बताऊंगा। इस वक्त तो कोई मतलब की बात हाथ में है नहीं। वैसे भी आज रात मुझे थोड़ा सा काम है—ब्लैन्डिश परिवार में पार्टी है। वहाँ मिलेंगे तो कुल बीस ही डालर—पर पीने को शराब मुफ्त रहेगी।’’
‘‘ब्लेन्डिश? वह कौन है भला?’’
‘‘तुम रहते कहां हो?’’ हेनी ने निराशा भरे स्वर में पूछा, ‘‘ब्लैन्डिश सारे देश में सबसे अमीर आदमियों में से है—और कहते हैं करोड़ों का मालिक है।’’
‘‘और मेरे पास कुछ नहीं है,’’ बैली ठंडी आह भरता हुआ बोला, ‘‘इसी का नाम जिन्दगी है प्यारे। हां तो उसके बारे में क्या खबर है?’’
‘‘खबर उसके बारे में नहीं—उसकी लड़की के बारे में है, भई! फुल पटाखा है। ऐसी कि उसके साथ सूखी घास पर लेटने के लिये मैं अपने जिन्दगी के दस साल दे दूँ।’’
बैली को इस बात में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। वह बोला, ‘‘हां। मैं इन अमीर लड़कियों के बारे में जानता हूं। उन्हें यह भी मालूम नहीं कि वह करना क्या चाहती हैं?’’
‘‘पर इस छोकरी को पता है। उसकी चौबीसवीं सालगिरह मनाई जा रही है और पार्टी में उसका बाप उसे खानदानी हीरे दे रहा है। उफ्! क्या नेकलस है। कहते हैं पच्चास हजार का है।’’
लड़की प्लेट रखकर चली गई।
बैली सोचने लगा—क्या रिली इतने कीमती नेकलेस पर हाथ डालने को राजी हो सकेगा?
‘‘पार्टी कहां है? क्या उसके घर पर ही है?’’
‘‘हां,’’ हेनी ने कौर मुंह में ठूंसते हुए बताया, ‘‘और उसके बाद वह और उसका ब्वायफ्रैन्ड जेरी मैकगोवन, वहां शहर से बाहर वाली गोल्डन स्लिपर कोठी पर जायेंगे।’’
‘‘नेकलेस पहने हुए ही?’’
‘‘मेरे विचार में तो एक बार गले में डाल देने के बाद वह उसे उतारेगी नहीं। अखबारों के रिपोर्टर भी तो आयेंगे।’’
‘‘वह उस कोठी पर कब तक पहुंचेंगे भला?’’
‘‘करीब-करीब आधी रात को,’’ कहते कहते हेनी कुछ रुका, ‘‘आखिर तुम कोई हरकत की बाबत तो नहीं सोचने लगे?’’
‘‘नहीं, नहीं,’’ बैली ने भावहीन स्वर में कहा, ‘‘वह और उसका ब्वायफ्रैन्ड जेरी मेकगोवन—और कोई भी नहीं?’’
‘‘नहीं,’’ हेनी सहसा गम्भीर हो उठा, ‘‘देखो! कोई ऐसा काम हाथ में मत ले बैठना जिसे तुम पूरा नहीं कर सको। तुम और रिली इस तरह के काम का भार संभालने के काबिल नहीं।’’
‘‘भड़कने की जरूरत नहीं। कौन सा काम मैं कर सकता हूं और कौन सा नहीं कर सकता—यह मैं बाखूबी जानता हूं।’’ कहते-कहते बैली उठ खड़ा हुआ, ‘‘अच्छा तो मैं चलता हूं। और हां, यदि कोई काम की बात हाथ लगे तो जरूर बता देना।’’
‘‘यूँ अचानक तुम्हें चलने की क्या जल्दी पड़ गई?’’
‘‘सैम के जागने से पहले ही लौट जाऊं तो अच्छा है। वैसे भी हमेशा के लिये उसके खाने के दाम देने का मैंने ठेका नहीं ले रखा।’’
उसने लड़की को पैसे दिये और बाहर कार में आ बैठा। कार स्टार्ट करने से पहले उसने सिग्रेट सुलगाई। उसका दिमाग तेजी से सोच रहा था। क्या रिली इस काम को हाथ में लेने को तैयार हो जायेगा?
उसने बूढ़े सैम को जगाया, ‘‘अब उठो भी। न जाने तुम्हें हो क्या गया है? आजकल सोने के अलावा और कोई काम भी करते हो?’’
वह जागा और उम्मीद भरे स्वर में बोला, ‘‘खाना खा लें क्या?’’
‘‘मैं तो खा भी चुका,’’ बैली ने उत्तर दिया और कार चला दी।
‘‘और मैं? मैं नहीं खाऊंगा क्या?’’
‘‘पैसे हैं तो जाओ—खा लो। मैं तो बिल भरने वाला नहीं।’’
बूढ़े सैम ने ठंडी आह भरी—अपनी बैल्ट थोड़ी और कस ली और फिर अपने पुराने हैट को नाक पर रखता हुआ शिकायत भरे स्वर में कहने लगा, ‘‘न जाने तुम्हें आजकल हो क्या गया है—पहले तो हमारा काम ठीक ही चल रहा था।’’
बैली ने कार दवाइयों की एक दुकान के सामने रोक दी और वहाँ बने एक टेलीफोन बूथ में घुसकर रिली को फोन मिलाया। दूसरी ओर से रेडियो की आवाज के अलावा अन्ना के गाने का शोर भी सुनाई दे रहा था।
‘‘जो कुछ मैं बताना चाह रहा हूं—इतने शोर में तुम नहीं सुन सकोगे—यह शोर बन्द नहीं कर सकते हो क्या?’’
‘‘अच्छा—होल्ड करो।’’
कुछ क्षण बाद शोर बन्द हुआ। दूसरी ओर रिली ने फोन फिर से उठाया तो बैली कहने लगा, ‘‘सुनो रिली। एक नेकलेस हथियाने का मौका मिल रहा है—आज रात ही एक अमीर सेठ की लड़की ब्लैन्डिश उसे पहनेगी। फिर वह अपने ब्वाय फ्रेन्ड क्रेन्ड के साथ गोल्डन स्लिपर जाएगी और—बस केवल वही दोनों होंगे। यह सारी खबर मुझे हेनी से मिली है। कहो! क्या कहते हो?’’
‘‘कितने का दाँव है?’’
‘‘पच्चास हजार का।’’
अचानक रिली की आवाज में जोश भर आया, ‘‘तो फिर वहां क्या कर रहे हो, जल्दी से लौट आओ।’’
‘‘मैं बस आ ही रहा हूं,’’ कहकर बैली ने सिग्रेट सुलगाई और फिर कार तक आया। बूढ़े सैम ने अधखुली आंखों से उसकी ओर देखा।
‘‘अफीमची मियां—उठो—जागो,’’ बैली ने कहा, ‘‘बात कुछ बनती दिख रही है।’’
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