हत्या एक शहर की
विश्वप्रसिद्ध व इण्डिया निवासी डॉक्टर नेलसन मारकी आधी रात बीत जाने के बाद एक कब्रिस्तान में आया।
कब्रिस्तान में चारों ओर शांति फैली हुई थी। वहां का अंधकार चन्द्रमा की रोशनी में छिप गया था।
पूर्णिमा के इस चाँद की जगमगाती रोशनी ने न केवल वहां के अंधकार को अपने आगोश में छिपाया था, बल्कि एक-एक कब्र को नेलसन मारकी की निगाह के सामने स्पष्ट किया था।
सावधानी भरे कदमों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ सतर्कतापूर्ण दृष्टि द्वारा वो हर तरफ देख रहा था।
कब्रिस्तान के बीचों-बीच पहुँच उसने अपने हाथ में मौजूद टॉर्च को ऑन किया।
इसी के साथ उसने टॉर्च के चकाचौंध प्रकाश के माध्यम से हर एक कब्र को एकदम साफ रूप से देखा।
उसके दूसरे हाथ में कुल्हाड़ी जैसी एक भारी वस्तु भी थी!
अपने एक हाथ में टॉर्च व दूसरे हाथ में कुल्हाड़ी लिए वो आगे बढ़ता रहा व हर एक कब्र पर नजर डालने के साथ-साथ और दिशाओं में भी इस प्रकार निरंतर झांकता रहा कि कोई उसे वहां आता या जाता दिखाई दे तो वह तुरंत अपने इरादे को उससे छिपा जाने में सफल बने।
नेलसन उस समय बहुत घबराया हुआ था।
उसे केवल इसी बात का भय था कि कोई व्यक्ति उसे वहां देख न ले। यदि नेलसन को कोई वहां उपस्थित जान लेता है तो सचमुच उसके पास ऐसा कोई भी बहाना न था जिससे कि वह खुद को उस व्यक्ति की नजरों में बिल्कुल सही साबित कर देता।
मन में एक हैरतअंगे़ज व अद्भुत ख्याल लेकर कब्रिस्तान आया नेलसन इस समय साहस से काम ले रहा था।
वह पहले से इस बात को सोच चुका था कि यदि किसी व्यक्ति ने उसे कब्रिस्तान में देख लिया तो वह उससे सुलट लेगा! चाहे फिर जो हो जाये।
अपने मकसद को पूरा करने निकला नेलसन उस समय कठिन से कठिन परिस्थितियों का मुकाबला करने को तैयार था।
मगर वो इस बात के लिए एक प्रतिशत भी रा़जी न था कि अपनी मन्ज़िल की ओर बढ़ते हुए रास्ते में आई किसी भी अड़चन के कारणवश उसके कदम वहीं थम जायें अथवा वापस लौट जायें।
लक्ष्य की सफलता को प्राप्त करने के प्रति मन में दृढ़ निश्चय कर चुका नेलसन बिना किसी हिचकिचाहट के लगातार कदम बढ़ा रहा था।
इस सन्नाटे भरे माहौल में केवल उसी के पैरों के नीचे आकर कुचल रहे पेड़ के सूखे पत्तों की ‘चरमराहट’ भरी आवाजें गूंज रही थीं।
बेधड़क होकर नेलसन बारी-बारी हर कब्र पर टॉर्च का जगमगाता प्रकाश डाल रहा था।
इस प्रकार मानो उसे किसी खास कब्र की तलाश हो!
यूं ही प्रकाश हर कब्र पर लगातार डालते हुए अचानक ही नेलसन के कदम अपने स्थान पर रुक गये।
मन्जिल की ओर बढ़ते हुए उसके चेहरे का उतावलापन भी उस समय समाप्त हो गया।
आंखों की बेचैनी पूर्ण रूप से शांत पड़ गई।
यहां तक कि टॉर्च एक कब्र पर प्रकाश फैंकती रही! अब उससे आगे टॉर्च का रुख किसी भी ओर न घूमा!
वास्तव में कब्रिस्तान में नेलसन जिस कब्र की तलाश करने आया था, अब वही कब्र उसके सामने थी।
अपलक दृष्टि द्वारा नेलसन टॉर्च के प्रकाश में उस पत्थर पर लिखे अक्षरों को पढ़ रहा था जो कब्र के एक ओर खड़े रूप से लगा हुआ था।
दरअसल उस पत्थर पर अंग्रेजी भाषा में उस मुर्दे का हवाला था जो उसी कब्र में दफन था जिस पर इस समय नेलसन की निगाह आकर ठहर गई थी।
कब्र से सटकर उसके एक ओर लगे पत्थर पर लिखे अंग्रेजी के शब्दों को पढ़ने के बाद नेलसन ने हलक से यूं राहत की गहरी सांस ली मानो काफी संघर्ष के बाद वो अपनी जंग जीत गया हो।
चालीस वर्षीय नेलसन अपने लम्बे-चौड़े जिस्म को एक फौलाद की भांति अकड़ाता हुआ उस कब्र के निकट पहुँचा।
कब्र के नजदीक पहुँचने के बाद उसने टॉर्च ऑफ कर अपनी पैन्ट की जेब में रख ली और फिर अपना एक पल भी न गंवाते हुए वह कुल्हाड़ी जैसा वो हथियार अपने दोनों हाथों में जकड़ शक्तिशाली रूप के साथ कब्र के बीचों-बीच आया!
‘भड़ाक!’
कब्र के मजबूत पत्थर पर फौलादी प्रहार हुआ था तो उस भाग के पत्थर ने चोट सहन न कर पाते हुए अपना स्थान छोड़ दिया।
इसी के साथ नेलसन ने न केवल शक्ति के साथ बल्कि पूरी फुर्ती भरे अन्दाज में कब्र पर लगे सफेद पत्थर को तोड़ना प्रारम्भ कर दिया। वो इस प्रकार पत्थर को तोड़ने में जुट गया मानो अब उसी पल सांस लेगा जबकि कब्र को पूर्ण रूप से तोड़-फोड़ देगा।
अचानक!
पीछे से आकर किसी ने नेलसन के कन्धे पर इस प्रकार हाथ रखा मानो उसे वहीं-के-वहीं शांत हो जाने का संकेत दे रहा हो।
अपने कन्धे पर किसी व्यक्ति के हाथ का स्पर्श पाते ही नेलसन अपने स्थान पर रुक गया।
इतना ही नहीं, बल्कि उसकी सांसें और धड़कनें भी वहीं थम गई थीं।
उसी पल नेलसन के कन्धे पर हाथ रखने वाला बोला—
‘‘एक बार और अच्छी तरह सोच लो नेलसन! कहीं ऐसा न हो कि तुम्हारा यह फैसला तुम्हें मौत के मुंह में खींचकर ले जाये।’’
इस आवाज को सुन नेलसन ने झट राहत की सांस ली व एक जगह ठहर अपने जिस्म को ढीला छोड़ा।
उसके बाद वो चेहरे से क्रोधित भाव प्रकट करता अपने पीछे खड़े व्यक्ति की ओर पलटा।
वास्तव में उसके पीछे खड़ा व्यक्ति उसी का अपना गहरा मित्र जॉन था !
नेलसन उसे कब्रिस्तान के बाहर उसी गाड़ी में बैठा छोड़कर आया था जिसमें वे दोनों एक साथ कब्रिस्तान आये थे।
जॉन को देखते हुए वो सख्त स्वर में बोला—
‘‘तुम अच्छी तरह जानते हो कि मैं जीवन में जो भी फैसले लेता हूँ, उस पर सदैव कायम रहता हूँ। इस वक्त भी मैं जिस फैसले के साथ यहां आया हूँ, अपने उस इरादे में कामयाबी हासिल करूंगा।’’
जॉन खामोशी के साथ उसे इस प्रकार देख रहा था, मानो नेलसन का इरादा उसे हर पल चुभ रहा हो।
उसके चेहरे पर निगाह जमाये रखकर वो गम्भीरतापूर्वक बोला—
‘‘अब तुम जाओ जॉन, और गाड़ी में बैठकर इस बात का पूरा ख्याल रखो कि कब्रिस्तान में कोई आने न पाये। अगर किसी को कब्रिस्तान में अन्दर आता देखो तो फौरन मुझे फोन कॉल करना! ओ.के.?’’
‘‘ओ.के.!’’
इसी के साथ जॉन वहां से वापस चला गया।
¶¶
नेलसन ने कब्र को तोड़ डाला था।
पूर्ण रूप से टूट चुकी कब्र में रखा अब एक ताबूत नेलसन के सामने स्पष्ट था।
नेलसन ने कब्र में रखे ताबूत को खोला।
उसमें एक चौबीस वर्षीय मुर्दा युवती लेटी हुई थी।
उस मुर्दा लड़की को देखने पर यूं लगता था मानो अभी कुछ ही देर पहले उसे दफनाया गया हो।
जबकि उसे कब्र में दफन हुए पूरे दो महीने बीत चुके थे।
नेलसन ने उस मुर्दा युवती को ताबूत से बाहर निकाल लिया।
तत्पश्चात्!
वह उस मुर्दा लड़की को कन्धे पर डालकर कब्रिस्तान से बाहर की ओर कदम बढ़ाने लगा।
कब्रिस्तान से बाहर आने के बाद वहां से थोड़ी सी दूरी पर नेलसन की कार खड़ी थी।
उसी कार में जॉन बैठा उसका इन्तजार कर रहा था। कब्रिस्तान से नेलसन को बाहर आते देख जॉन तत्काल गाड़ी से बाहर निकल आया था।
अधीरतापूर्वक वो नेलसन की ओर बढ़ा।
वह जॉन की तरफ आ रहा था।
उस पल उन दोनों के बीच लगभग दस कदमों की दूरी रह गई थी, उसी क्षण नेलसन ने जॉन को आदेश सुनाया—
‘‘फौरन डिक्की खोलो।’’
उसके कन्धे पर लदी हुई लड़की को अपलक दृष्टि द्वारा देखते रहकर जॉन ने कहा—
‘‘ओ.के.।’’
फिर इसी के साथ वो अपने स्थान से पलट गया व डिक्की की ओर बढ़ा। नेलसन भी उसके पीछे-पीछे आ रहा था।
आगे बढ़ जॉन ने डिक्की खोल दी।
निकट पहुँच नेलसन ने मुर्दा युवती का शव डिक्की में डाला व बन्द कर दिया।
उसके बाद वे दोनों गाड़ी में बैठ गये।
जॉन ने ड्राइविंग सीट सम्भाली व नेलसन उसके बगल वाली सीट पर आकर बैठ गया था।
फिर जॉन ने कार स्टार्ट कर स्पीड दी व गाड़ी वहां से आगे बढ़ाई।
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कब्रिस्तान से काफी आगे निकल आने के बाद तब भी उन दोनों के बीच गहरी खामोशी छाई हुई थी।
इस खामोशी को तोड़ता हुआ जॉन तनिक हैरानी भरे स्वर में बोला—
‘‘इसे दफन हुए पूरे दो महीने बीत गये, मगर देखने पर इस समय भी ऐसा लगता है जैसे आज ही इसे दफनाया गया था!’’ उसका संकेत मुर्दा युवती पर था।
‘‘तुमने सही कहा। वास्तव में तो इसे देखकर ऐसा भी नहीं लग रहा है कि यह कोई मुर्दा है।’’
‘‘वाकई नेलसन।’’ जॉन उसके शब्दों पर अपनी सहमति प्रकट करता हुआ बोला—‘‘तुमने मेरे मुंह की बात छीन ली।’’
‘‘यह लाश अभी भी उतनी ही ताजा है जितनी कि एक जीवित इंसान लगता है। इसे लाश के रूप में देखकर ऐसा लगता है जैसे यह कोई लाश नहीं है, बल्कि सुकून की नींद सो रही है।’’
‘‘क्या तुमने पहले भी ऐसा कहीं देखा है कि इतनी पुरानी कोई लाश इतनी ताजा दिखती हो कि देखने पर लगे कि वो कोई लाश नहीं बल्कि कोई इंसान सो रहा है?’’
‘‘ऐसा मैंने देखा तो है! मगर कब्र से निकाली गई लाश को नहीं, बल्कि किसी कोल्ड जगह पर रखी लाश को देखा है। मुझे नहीं लगता कि इतने दिनों तक कब्र में दफन लाश इतनी फ्रेश हो सकती है। यह मेरा अपना डॉक्टरी तजुर्बा है।’’
‘‘हैरान हूँ मैं इस लाश को देखकर।’’ जॉन कार ड्राइव करता हुआ निगाह सामने रखकर सोचपूर्ण मुद्रा में बोला।
एक बार फिर उन दोनों के बीच खामेशी छा गई।
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