Duniya Meri Jeeb Main : दुनिया मेरी जेब में : The World In My Pocket (Hindi)
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Description
जुर्म के रास्ते से कमाई दौलत से ऐश करने की तमन्ना सिर्फ एक ही रास्ते पर ले जाती है.....मौत के रास्ते पर!
Duniya Meri Jeb Mein
The World In My Pocket
James Hadley Chse
Kanwal Sharma
BookMadaari
Ravi Pocket Books
प्रस्तुत उपन्यास के सभी पात्र एवं घटनायें काल्पनिक हैं। किसी जीवित अथवा मृत व्यक्ति से इनका कतई कोई सम्बन्ध नहीं है। समानता संयोग से हो सकती है। उपन्यास का उद्देश्य मात्र मनोरंजन है। प्रस्तुत उपन्यास में दिए गए हिंसक दृश्यों, धूम्रपान, मधपान अथवा किसी अन्य मादक पदार्थों के सेवन का प्रकाशक या लेखक कत्तई समर्थन नहीं करते। इस प्रकार के दृश्य पाठकों को इन कृत्यों को प्रेरित करने के लिए नहीं बल्कि कथानक को वास्तविक रूप में दर्शाने के लिए दिए गए हैं। पाठकों से अनुरोध है की इन कृत्यों वे दुर्व्यसनों को दूर ही रखें। यह उपन्यास मात्र 18 + की आयु के लिए ही प्रकाशित किया गया है। उपन्यासब आगे पड़ने से पाठक अपनी सहमति दर्ज कर रहा है की वह 18 + है।
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दुनिया मेरी जेब में
चार शख्स एक मेज के इर्द-गिर्द बैठे थे। मेज पर ताश के पत्ते, जुए में इस्तेमाल होने वाले पोकर चिप्स, सिगरेट के टोटों से भरी ऐशट्रे, चार गिलास और शराब की एक बोतल मौजूद थी।
मेज पर सीधी पड़ती हरे शेड की रोशनी के अलावा वहाँ शेष पूरे कमरे में अंधेरा था, वातावरण में सिगरेट का कसैला धुंआ बसा हुआ था।
वहाँ मौजूद चारों में सर्द और बेचैन आंखों वाले, पतले मुंह और लम्बे-चौड़े शरीर वाले का नाम मोर्गन था। उसने अपने हाथ में थामे चारों बादशाह मेज पर रख दिए और अपनी कुर्सी पर कमर सटाकर मेज को धीरे-धीरे बजाने लगा।
अन्य तीनों ने चुपचाप उसे यह सब करते हुए देखा और फिर उन्होंने भी बेमन से अपने-अपने पत्ते मेज पर फेंक दिए। उनमें से एक—जीपो, जिसका वास्तविक नाम गिसेप्पी मेनदीनी था, बेमन से मुस्कुराया और फिर अपने सामने मेज पर रखे पोकर चिप्स मोर्गन की ओर खिसका दिए।
जीपो एक काले घुंघराले बालों वाला मोटी गेंद जैसा गोल-मटोल, लम्बी खूब चोंचदार नाक और धूप से तपे गहरी रंगत के जिस्म का मालिक था।
“मैं खाली हो गया हूँ।”—वह बोला—“कैसी किस्मत है! पूरी शाम गुजर गई लेकिन एक बार भी ढंग के पत्ते नहीं आए।” एड ब्लैक के सामने अभी भी पोकर चिप्स बचे पड़े थे। उसने उनमें से चार चिप्स मोर्गन की ओर बढ़ाए। एड ब्लैक एक ऊँचे कद वाला, धूप में खूब तपे जिस्म का मालिक था। उसके खूबसूरत व्यक्तित्व पर एक ऐसी कठोरता और निर्दयता की छाप थी कि महिलाएं उसकी ओर खिंची चली आती थीं लेकिन पुरुष उसे देखते ही सतर्क हो जाते थे। उसने बेहद करीने से प्रेस किया हुआ सूट पहना था और कमीज के साथ हाथ से पेन्ट की हुई टाई लगाई हुई थी जिस पर हरे बैकग्राउंड में पीले रंग से घोड़े का खुर पेन्ट किया गया था। निःसन्देह वह उन चारों में सबसे ज्यादा करीने से सजा-धजा व्यक्ति था।
वहाँ मौजूद चौथे शख्स का नाम ऐलेक्स किटसन था जिसकी उम्र कोई तेइस वर्ष की थी। वह वहाँ मौजूद जमघट में सबसे युवा था और खूब गठीले और मजबूत शरीर का मालिक था। उसकी नाक पेशेवर बाक्सरों की भांति चपटी थी और लगातार इधर-उधर भटकती आँखों में बेचैनी साफ झलकती थी। उसने खुले गले की कमीज और कार्डराय की पतलून पहन रखी थी।
उसने भी मुँह बनाते हुए मेज पर अपने सामने मौजूद पोकर चिप्स मोर्गन की ओर खिसका दिए।
“मैं भी खाली हूँ।”—वह बोला—“मेरे पास चार बेंगमें थीं और मैंने सोचा था....।”—उसने बाकी वाक्य अधूरा छोड़ दिया।
लेकिन उसने गौर किया कि बाकी दोनों—जीपो और एड ब्लैक उसकी बात सुनने के बजाए मोर्गन की ओर देख रहे थे। मोर्गन अपने जीते पोकर चिप्सों की तीन ढेरियाँ बना रहा था, उसके पतले होठों में एक सिगरेट दबा हुआ था और उसकी तेज सांसों की आवाज उन तीनों को बाखूबी सुनाई दे रही थीं। पोकर चिप्सों को व्यवस्थित करने के बाद मोर्गन ने अपना सिर उठाया और अपनी काले सांप जैसी गोल आंखों से वहाँ मौजूद अन्य तीनों के चेहरों को गौर से देखने लगा।
ब्लैक ने बेचैनी से पहलू बदला।
“क्या बात है मोर्गन?”—उसने पूछा—“लगता है तुम सारी शाम किसी सोच में पड़े रहे हो?”
मोर्गन बदस्तूर अपनी उँगलियों से मेज को ठकठकाता रहा और फिर यकायक बोला—“क्या तुम लोग दो-दो लाख डॉलर कमाना चाहते हो?”
वहाँ मौजूद बाकी तीनों युवकों के जिस्म तुरन्त तन गए। वे मोर्गन को बाखूबी जानते थे, और उन्हें पता था इस किस्म के मामलों में मजाक करना उसकी आदत में शुमार नहीं था। जीपो थोड़ा आगे को झुक गया।
“क्या?”—वह बोला—“दोबारा बताओ।”
“तुम तीनों दो-दो लाख डॉलर कमाना चाहते हो?”—मोर्गन ने एक-एक शब्द को चबाते हुए कहा—“तुममें से हर एक यह रकम पाने का हकदार बन सकता है लेकिन उसके लिए जो जांमारी करनी पड़ेगी वो भी कम न होगी।”
ब्लैक ने अपनी जेब से सिगरेट का एक पैकेट निकाला और गौर से मोर्गन को देखने लगा।
“तुम कहना चाहते हो कि किसी मामले में हमारे हाथ कुल मिलाकर आठ लाख डॉलर पड़ सकते हैं?”—उसने पूछा।
“नहीं।”—मोर्गन बोला—“दस लाख। अगर तुम तीनों इस सिलसिले में शामिल होने की हामी भर देते हो तो हम इसका पांच लोगों में बराबर हिस्सा करेंगे।”
ब्लैक चौंका।
“पाँच हिस्से?”—वह बोला—“पाँचवां कौन है?”
“उस बारे में हम बाद में बात करेंगे।”—मोर्गन ने कहा और अपनी कुर्सी पीछे खिसकाकर खड़ा हो गया। फिर उसने अपने हाथ मेज पर टिकाए और आगे को झुक गया। उसका पतला सफेद चेहरा तनाव से घिरा था—“यह सारा मामला जितना बड़ा है उतना ही मुश्किल और बेहद खतरनाक भी है लेकिन फिर नतीजे में दस लाख डॉलर की रकम, नगद हासिल है। ऊपर से वो एक ऐसी रकम होगी जिसे हम बेहिचक बिना फिक्र सर्फ कर सकते हैं क्योंकि उस सारे मामले में हासिल रकम में कोई भी नोट दस डॉलर से ज्यादा का नहीं होगा। लेकिन दोस्तो—कुछ भी, कैसे भी सपने देखने से पहले ये बात अपने दिमाग में बिठा लो कि यह सारा मामला बेहद पेचीदा और इन्तहाई खतरनाक है।”
जीपो मुंह बनाए उसे ताक रहा था।
“दो....लाख....डॉलर।”—वह फंसी सी आवाज में बोला—“यह एक बहुत बड़ी रकम है।”
मोर्गन मुस्कुराया।
उसके चेहरे पर भूखे भेड़िए की मानिंद भाव थे।
“यह बहुत बड़ा मामला है।”—उसने दोहराया—“लेकिन हासिल में मिलने वाली रकम का मतलब है—दुनिया तुम्हारी जेब में होगी।”
“अगर मेरा अन्दाजा गलत नहीं है मोर्गन।”—ब्लैक बोला—“तो तुम शायद रॉकेट रिसर्च स्टेशन की पेरोल की बात कर रहे हो।”
मोर्गन धम्म् से वापिस अपनी कुर्सी पर बैठ गया।
उसने मुस्कुराते हुए सहमति से सिर हिलाया।
“तुम वाकई चालाक हो एड। मैं उसी की बात कर रहा हूँ। तुम्हारा उस बारे में क्या ख्याल है? पेरोल में पूरे दस लाख की नगद रकम—तमाम छोटे-छोटे नोटों की शक्ल में—मौजूद रहती है, जिन्हें हासिल कर लेने के बाद खर्च करने में भी कोई परेशानी नहीं होगी।”
मोर्गन ने किटसन की ओर देखा। उसके चेहरे पर असमंजसतापूर्ण भाव थे और वह बड़े गौर से मोर्गन को ही देखे जा रहा था।
“तुमने सुना लड़के।”—मोर्गन ने कहा—“हम इतनी रकम हासिल कर सकते हैं।”
“तुम पागल हो।”—किटसन ने अपने हाथों की उँगलियों को मुट्ठी की शक्ल में भींचते हुए कहा—“हम यह काम नहीं कर सकते, इस मामले में आगे बढ़ना खुदकुशी करने जैसा है।”
मोर्गन मुस्कुराया।
ऐसी मुस्कुराहट जैसी किसी बुजुर्ग के चेहरे पर उस समय पाई जाती है जब कि वह किसी नौजवान की अहमकाना बात सुनता है। उसने अपनी निगाहों को ब्लैक पर घुमाया। मोर्गन जानता था कि अगर ब्लैक को तैयार किया जा सके तो यह नामुमकिन से दिखते काम को अपने अंजाम तक पहुँचाया जा सकता था। ब्लैक बेहद तेज दिमाग वाला शख्स था और किटसन नौजवान था, हौसलामन्द था, मार-कुटाई में उस्ताद और एक बेहद काबिल ड्राइवर था। बस एक कमजोरी उसमें थी कि उसमें दिमाग नाम की चीज नहीं थी। हालात कुछ यूं थे कि अगर ब्लैक ने फैसला कर एक बार कह दिया कि इस किस्से को अंजाम दिया जा सकता था तो किटसन भी दोबारा सोचकर अपना फैसला बदल सकता था।
“तुम क्या कहते हो एड?”
ब्लैक के चेहरे पर गंभीर भाव थे। वह मानो गहरी सोच में डूबा था। उसने एक सिगरेट सुलगा ली।
“हालाँकि इस काम में मोटी रकम हासिल होने के आसार हैं, तो भी मैं अभी इस काम में हाथ डालना नहीं चाहूँगा। हाँ, अगर तुम्हारे पास कोई बढ़िया योजना हो तो मैं इस बारे में सोच सकता हूँ।”—वह बोला।
यह ब्लैक की खास खूबी थी। वह तमाम हालातों की जानकारी हासिल किए बिना अपनी राय जाहिर नहीं करता था।
मोटे जीपो ने बेचैनी से पहलू बदला। उसके चेहरे पर अभी भी कई सवाल थे और वह बारी-बारी किटसन और मोर्गन को देख रहा था।
“वैसे इस काम में ऐसी कौन सी खास पेचीदगी और खतरा है?”—उसने पूछा।
मोर्गन ने किटसन की ओर हाथ हिलाकर संकेत किया और कहा—“तुम ही इसे बताओ लड़के। तुम तो खुद वहाँ काम भी कर चुके हो चुनांचे तुम्हें वहाँ की खासी अन्दरूनी जानकारी होगी।”
“हाँ, मुझे जानकारी है।”—किटसन बोला—“और उसी बिना पर मैं जानता हूँ कि—कि इस काम को अंजाम नहीं दिया जा सकता। उस पेरोल को लूटने की कोशिश भर करना मौत को दावत देना है। कोई निरा पागल ही ऐसा करने की सोचेगा।”
उसने अपने तीनों साथियों पर अपने शब्दों का प्रभाव देखने के लिए निगाह डाली। अपने से उम्र में खासे बड़े, उन तीनों के सामने इस ढंग से बात करते हुए उसे बेचैनी महसूस हो रही थी।
“मैं मजाक नहीं कर रहा।”—वह आगे बोला—“बैलिंग आर्म्ड ट्रक एजेन्सी को छेड़ना भारी मुसीबतें मोल ले लेना सरीखा है।”
जीपो ने अपने चेहरे पर हाथ फिराया और मोर्गन की ओर देखा।
“लेकिन क्या तुम्हारे पास वाकई कोई ठोस योजना है फ्रेंक?”—वह बोला।
मोर्गन ने उसके सवाल को अनसुना कर दिया और अपनी निगाहें बराबर किटसन पर टिकाए रहा।
“चुप क्यों हो गए लड़के?”—वह बोला—“बताओ कि यह काम क्यों इस कदर मुश्किल और बेहद खतरनाक है।”
किटसन ने मोर्गन के पोकर चिप्स में से एक उठा लिया और अपनी मोटी उँगलियों में घुमाते हुए कुछेक क्षण खामोश बैठा सोचता रहा।
“जब मैंने वहाँ की नौकरी छोड़ी थी।”— आखिरकार वह बोला—“उससे कुछ ही दिन पहले उन्होंने एक नया ट्रक मँगवाया था। उस नए ट्रक के आने से पहले वे लोग एक मामूली बन्द ट्रक का इस्तेमाल किया करते थे जिसकी मुकम्मल सुरक्षा के लिए चार गार्ड मौजूद रहते थे लेकिन अब इस नए ट्रक के आ जाने के बाद उन गार्डों की भी जरूरत नहीं रही। वह नए किस्म का ट्रक लाजवाब है और कंपनी को उसकी उन्नत किस्म की धातु से बनी बॉडी पर इस कदर भरोसा है कि आजकल तो उन्होंने ट्रक में लादे जाने वाले माल का बीमा तक कराना बन्द कर दिया है।”
“उस ट्रक में ऐसी क्या खासियत है?”—मोर्गन ने पूछा।
किटसन ने अपनी उँगलियाँ बालों में फिराईं। उसे इस सारे सिलसिले में बात करते हुए खासी दिक्कत हो रही थी लेकिन वह यह साबित करने को दृढ़प्रतिज्ञ था कि इस सारे सिलसिले का सुझाव देकर मोर्गन इस बार भारी गलती कर रहा था। वे चारों पिछले छः महीने से एक टीम की मानिन्द काम करते रहे थे और इस दौरान उन्होंने कई अच्छे दाँव भी मारे थे। इस सब के नतीजतन उन सबका मोर्गन में गहरा भरोसा जम चुका था। लेकिन इस बार मामला जुदा था। हालाँकि पिछले दिनों चले कई मामलों में उन्हें कोई खास बड़ी रकम तो हासिल न हुई थी लेकिन उन्हें किसी भी स्तर पर कोई खास बड़ा खतरा भी न उठाना पड़ा था। मोर्गन इन मामलों में खूब सूझबूझ वाला शख्स साबित हुआ था। खुद किटसन भी मानता था कि दो लाख की रकम वाकई मोटी रकम थी, लेकिन फिर इस बारे में सोचना, सिर्फ सोचना, ही मुमकिन था, क्योंकि असल में उस रकम को हासिल किया जा सकने का काम सरासर गलत था, लगभग नामुमकिन सरीखा था। मोर्गन—कम से कम इस मर्तबा—असलियत से नावाकिफ जान पड़ता था।
“बोलो लड़के।”—मोर्गन ने उसे पुनः टोका। इस बार उसके स्वर में व्यंग का पुट था—“बताओ उस नए ट्रक में क्या खासियत है?” किटसन ने एक गहरी सांस खींची।
“तुम उसके पास भी नहीं फटक पाओगे फ्रेंक।”—वह बोला तो अपनी बात को पुरजोर ढंग से पेश करने को इतना व्याकुल था कि उसकी आवाज कंपकंपा सी गई—“वो ट्रक एक खास किस्म की धातु की मोटी चादर से बना है। वह इस कदर मजबूत कवच है कि उसे काटा जाना लगभग नामुमकिन है। हालाँकि शक्तिशाली ब्लोअर से तेज आग फेंककर शायद उसे पिघलाया जा सकता हो मगर यकीन जानो अगर ऐसा है भी तो ये कोई घंटों में हो सकने वाला काम नहीं बल्कि कई दिनों तक करते रहने का आपरेशन सरीखा काम साबित होगा और अभी और आगे उस ट्रक का दरवाजा भी बेहद मजबूत है। उसमें टाइम लॉक का सिस्टम फिट है। ट्रक लोड करते समय उसमें टाइम फिक्स कर दिया जाता है। अपनी रफ्तार से चलता ट्रक ड्राइव होता हुआ रिसर्च स्टेशन तक पहुँचने में तीन घन्टे लगाता है, जबकि उसके टाइम लॉक को चार घन्टे के टाइम पर सैट किया जाता है। यह एक घन्टे का अतिरिक्त टाइम इस चीज के मद्देनजर है कि कहीं ट्रक रास्ते में जाम वगैरह में न फँस जाए या उसमें कोई और नुक्स न आ जाए।”—किटसन ने पोकर चिप्स नीचे रखा और उसकी बात को गौर से सुनते श्रोताओं पर निगाह डाली— “भीतर डैश बोर्ड पर एक पुश बटन स्थापित है जो पूरे टाइम लॉक को कन्ट्रोल करता है। अगर ड्राइवर को किसी भी किस्म का खतरा महसूस हो तो वह उस बटन को दबा देगा और यूँ पूर्व निर्धारित टाइम लॉक कैंसिल हो जाएगा।”
“आगे क्या होगा।”—मोर्गन ने पूछा।
“एक बार बटन को दबाने भर की देर है कि पूरा टाइम लॉक इस प्रकार से रिसैट जो जाएगा कि जब तक उस टाइम लॉक को दोबारा नए सिरे से सैट न किया जाए, उस ट्रक के मजबूत दरवाजे को कोई नहीं खोल पाएगा। इस पूरे सिस्टम में टाइम लॉक को दोबारा सैट करना भी किसी के बस का काम नहीं क्योंकि इस काम के लिए एक ट्रेन्ड एक्सपर्ट विशेषज्ञ की जरूरत पड़ेगी।”— किटसन ने एक सिगरेट सुलगाई और अपने नथुनों से धुंआ छोड़ते हुए बात आगे बढ़ाई—“इसके अलावा एक और बात भी है। ट्रक में एक शार्ट वेव ट्रांसमीटर मौजूद रहता है और ऐजेंसी की बेहद सुरक्षित इमारत के बाहर आने के बाद ट्रक उस ट्रांसमीटर के सहारे ऐजेंसी से निरंतर संपर्क बनाए रखता है। ऐसे में मान लो कि कोई पागल सड़क ब्लाक करके ट्रक का रास्ता रोक लेने में कामयाब हो भी जाता है तो ड्राइवर और गार्ड तुरन्त एक्शन में आ जाएंगे। ड्राइवर टाइम लॉक वाला बटन दबा देगा और गार्ड एक स्विच को ऑन कर देगा जिससे ट्रक की विंडशील्ड और खिड़कियों को फौलाद की मोटी चादरें ढंककर दरवाजों के रूप में बन्द हो जाएगी। नतीजतन समूचा ट्रक एक बंद बक्सा बनकर रह जाएगा जिसे किसी भी तरह तोड़कर खोल पाना नामुमकिन सरीखा काम होगा। इधर भीतर गार्ड ट्रांसमीटर का स्विच दबाएगा और यूं इससे सिग्नल भेजे जाने लगेंगे जो पुलिस को भी प्राप्त होंगे। नतीजतन ट्रक को बेहद आसानी से ढूँढा जा सकता है, चाहे उसे कहीं भी क्यों न छुपा लिया जाए। ट्रक के भीतर बैठे ड्राइवर और गार्ड को बस इतना करना होगा कि उस फौलादी अभेद्य बक्से सरीखे ट्रक में बैठकर मदद पहुँचने का इंतजार करते रहें।”— किटसन ने सिगरेट की राख झाड़ी और आगे कहा—“अब तुम समझ सकते हो कि उस ट्रक को टो नहीं किया जा सकता, हाईजैक नहीं किया जा सकता, खोला नहीं जा सकता और यूं आखिरकार लूटा भी नहीं जा सकता। फिर भी कोई अगर ऐसी कोशिश करे तो यकीन जानो वो कोई बेवकूफ ही करेगा।”
जीपो ने अपनी गर्दन के पिछले भाग को खुजाया और उसके मोटे चेहरे पर भारी निराशा के भाव उभरे।
ब्लैक ने ताश की एक गड्डी उठा ली और उन्हें फेंटता हुआ वह मोर्गन को देखने लगा।
“ड्राइवर और गार्ड के बारे में क्या ख्याल है?”—मोर्गन ने किटसन से पूछा—“क्या उन्हें खरीदा जा सकता है?”
किटसन ने उसे गौर से देखा।
“खरीदा? उन दोनों को? तुम पागल तो नहीं हो गए मोर्गन?”—वह बोला।
मोर्गन के चेहरे पर कठोर भाव उभरे।
“मैंने तुमसे एक सवाल पूछा है सो।”—वह बोला— “बेकार बकवास करने के बजाए सीधा जवाब दो। मुझे बकवास सुनना पसंद नहीं।”
मोर्गन को क्रोधित पाकर ब्लैक ने वार्तालाप का सूत्र अपने हाथों में लेकर कहा—“नाराज मत होवो मोर्गन। लड़का सब कुछ जानता समझता है सो यह ठीक ही कह रहा होगा।”
मोर्गन के चेहरे पर उपहास के भाव उभरे।
“अभी पता चल जाता है।”—उसने कहा और किटसन से पूछा—“बताओ उन दोनों को क्यों नहीं खरीदा जा सकता?”
किटसन के चेहरे पर पसीना चमकने लगा था। वह बोला—“मैं उनके साथ काम कर चुका हूँ इसलिए मुझे उनकी फितरत का भी पता है। ड्राइवर—डेव थामस, और गार्ड—माईक डर्कसन, बेहद हौंसलामन्द, फुर्तीले और तीखे निशानेबाज हैं। उन्हें यह भी पता है कि ट्रक लूटने की कैसी भी कोशिश को नाकाम करने के बदले उन्हें बतौर इनाम दो हजार डॉलर मिलेंगे और यूँ वे दोनों इस सिलसिले को नाकाम करने में अपनी ओर से कोई कोर कसर उठा नहीं रखेंगे। उन दोनों को यह भी पता है कि ट्रक को लूट पाना बेहद मुश्किल और लगभग नामुमकिन है सो वे अपनी स्थाई आमदनी वाली अच्छी खासी नौकरी छोड़कर इस सिलसिले में बिकने को हरगिज तैयार नहीं होंगे। वे दोनों अपने काम में वफादार हैं और उनको खरीदने भर की कोशिश करना मुसीबत में पड़ने सरीखा होगा।”
“अगर ये काम इतना ही पेचीदा है तो मैं इस सारे सिलसिले में पड़ना नहीं चाहता।”—जीपो बोला—“यह ठीक है कि दो लाख डॉलर मोटी रकम होती है लेकिन उस रकम का क्या फायदा जिसे खर्च करने को आदमी जिन्दा ही न रह सके।”
मोर्गन मुस्कुराया।
जीपो हालांकि डरपोक नहीं था लेकिन जान बूझकर खतरा मोल लेने का बेमिसाल हौंसला भी उसमें नहीं था। उसकी अपनी कुछ अलग किस्म की खासियतें थीं। वह टैक्निकल बन्दा था और माहिर तालातोड़ था। उसकी दक्ष उँगलियों की कारीगरी से किसी ताले का न खुलना एक ऐसा करिश्मा था, जिसे अभी होना बाकी था। उसने ढेरों ऐसे ताले खोले थे जिन्हें खोल पाना नामुमकिन माना जाता था, लेकिन फिर उसने अपनी इस बेमिसाल कारीगरी का नमूना हमेशा तनावरहित और शान्त माहौल में ही दिया था। तनाव या दबाव में काम करना और फिर मनमाफिक नतीजे निकालना उसके बूते की बात नहीं थी। इधर मोर्गन जानता था कि मौजूदा काम बेहद तनाव में किया जाना था, सो उसे भी इस बात पर पूरा इत्मीनान नहीं था कि जीपो ऐसे विकट हालातों में अपनी महारत का कामयाब प्रदर्शन कर भी पाएगा या नहीं। उसे हालाँकि यह भरोसा जरूर था कि वह जीपो को समझा-बुझाकर इस काम को करने के लिए रजामन्द जरूर कर सकता था, लेकिन सिर्फ इतना करने भर से तो कामयाबी की गारन्टी नहीं थी। अहम और कारआमद बात यह थी कि—जब मुनासिब वक्त आए तो तनाव, व्याकुलता, दबाव और बेहद उत्तेजना भरे क्षणों में जीपो कामयाबी के साथ अपनी हुनरमन्दी दिखाए। ऐसे माहौल में जीपो अगर घबरा जाए तो सारे सिलसिले का गुड़-गोबर होना तय था।
“सुनो।”—उसने जीपो के कन्धे पर हाथ रखकर आश्वासनपूर्ण स्वर में कहा—“जब से हम चारों ने मिलकर एक टीम की तरह काम करना शुरू किया है, मैं तभी से सारे कामों को बिना किसी झंझट के निपटाता रहा हूँ। ठीक है न?”
जीपो ने सहमतिसूचक सिर हिलाया। बाकी दोनों मोर्गन के आगे बोलने का इन्तजार करते रहे।
“यह ठीक है कि पहले का कोई भी काम इतना बड़ा नहीं था।”—मोर्गन आगे बोला—“लेकिन तुम सबको कुछ न कुछ मिलता ही रहा है। हालाँकि उनमें से किसी भी काम में कोई खास खतरा कभी नहीं रहा, लेकिन यकीन जानो, ऐसे कामों में लगे रहने का मतलब है देर-सवेर हम पुलिस की निगाहों में आ ही जाएंगे और फिर हम कब तलक इस किस्म के छोटे-मोटे कामों को करते रह सकेंगे। बहुत सोच-विचारकर मैं इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि हमें एक बड़ा दांव मारकर मोटा माल हासिल करने के बाद अपना यह गिरोह विघटित कर अपने-अपने रास्ते निकल चलना चाहिए। दो लाख डॉलर में दुनिया भर की ऐश की जा सकती है और यकीन करो—इतनी बड़ी रकम का हमारे पल्ले होने का मतलब होगा—दुनिया हमारी जेब में। इस काम में पेचीदगी जरूर है लेकिन इसे यकीनन अंजाम दिया जा सकता है। जरूरत केवल इस बात की है कि पूरी योजना के हर पहलू पर गहराई से सोच विचार किया जाए। किटसन ने हमें अधिकांश जानकारी तो दे ही दी है और उस जानकारी में हरेक बात ठीक भी है लेकिन इस सारे मामले में वह शायद एक बात भूल गया है”—मोर्गन ने तीनों श्रोताओं पर निगाह डाली, जीपो नर्वस था, किटसन अपने बयान पर स्थिर और भयभीत दिख रहा था और ब्लैक अभी भी अनिश्चित सा प्रतीत हो रहा था—“किटसन ने हमें यह नहीं बताया कि उस नए ट्रक को आए हुए पाँच महीने बीत चुके हैं। उसे निरंतर इस्तेमाल किया जा रहा है और इतने समय में हर कोई इस बात पर यकीन कर बैठा है कि वह ट्रक पूर्णतः सुरक्षित है। किटसन समेत हर किसी को पूरा यकीन है कि कोई भी अक्लमन्द आदमी उस ट्रक को लूटने की सोचेगा भी नहीं और दोस्तो—जब ऐसी कोई बात एक बार दिमाग में बैठ जाती है तो लापरवाही निश्चित है। आदमी आत्मविश्वास के अतिरेक में लापरवाह हो जाता है, और सावधानी हट जाती है। अब इस किस्म के हालातों में अगर कोई दूसरा—इस मामले में हम लोग—एक सटीक वार कर सकने में कामयाब हो सके तो सफलता निश्चित है। एक जबर्दस्त मुक्का और विरोधी चित्त।”
मोर्गन ने जान-बूझकर मुक्केबाजी की मिसाल दी थी क्योंकि वह किटसन के मन में उत्सुकता पैदा करना चाहता था, जीपो की तरह किटसन को भी उस सारे सिलसिले में शामिल किया जाना जरूरी था। मोर्गन ने नोट किया कि उसकी वह तरकीब काम कर गई थी और किटसन के चेहरे पर अब दिलचस्पी के भाव दिखने लगे थे।
“ट्रक के बारे में किटसन ने जो भी जानकारी दी है, वह मैं अर्सा पहले अखबारों में पढ़ चुका हूँ।”—मोर्गन ने आगे कहा—“उन लोगों को अपने उस ट्रक पर इतना आत्मविश्वास, इतना गर्व था कि उन्होंने उसकी खूबियों की तमाम तरह की पब्लिसिटी की थी। उन्हें पूरा यकीन है कि वह ट्रक लुट ही नहीं सकता। ऊपर से उन्हें लगता है कि उस ट्रक की उन खूबियों का जितना बखान किया जाएगा, उसको जितना सुरक्षित और मजबूत बताया जाएगा, ऐजेंसी को उतना ज्यादा बिजनेस मिलेगा। दोस्तों, मैंने जब से इस ट्रक के बारे में पढ़ा है, मैं तभी से इसकी तथाकथित अभेद्य सुरक्षा में सेंध लगाने की सोचता रहा हूँ। यकीन जानो—हम इस काम को कर सकते हैं, बस हमें जरूरत है हौंसले की। इस काम में सबसे ज्यादा जरूरत—हौंसले—की ही है और हमें यह बात भी याद रखनी है कि इस सारे सिलसिले के कामयाब अंजाम पर हममें से हरेक के हिस्से में आएंगे—दो लाख डॉलर।”
ब्लैक ने अपनी खत्म होती सिगरेट को ऐशट्रे में कुचला और तुरन्त ही दूसरी सिगरेट सुलगा ली। वह अपनी पीली आँखों से मोर्गन को बड़े गौर से देख रहा था।
“और तुम्हारे पास वाकई कोई ठोस तरकीब है?”—उसने पूछा।
“हाँ।”—मोर्गन ने अपनी सिगरेट सुलगाई, एक गहरा कश लिया और धुंआ जीपो की ओर छोड़ते हुए आगे कहा—“मेरे पास तरकीब है और इस बारे में उस तरकीब पर और आगे काम किया जा सकता है। उस पूरी योजना को ठोक बजाकर उसकी बकायदा पालिश करने का हमारे पास काफी वक्त है। वो ट्रक पाँच साल से हर हफ्ते रिसर्च स्टेशन में दस लाख डॉलर की रकम पहुँचाने जाता रहा है, और मैं जानता हूँ कि उसे लूटना इतना आसान नहीं होगा। गुजरते समय के साथ उनकी सारी सावधानी, सारी सतर्कता कम पड़ती जा रही है और ऐसे में हम मौका पाते ही उस पर धावा बोल सकते हैं।”
“ठहरो।”—किटसन आगे को झुककर बोला। उसका चेहरा उत्तेजना से तमतमा रहा था—“यह बकवास है, मेरा सवाल है कि तमाम तरह की लापरवाही होने के बावजूद, उस ट्रक में मौजूद एक बटन को दबाने भर में किसी भी आदमी को आखिरकार कितना समय लगेगा, दो सेकेन्ड? इस तरह तीनों बटनों को दबाने में महज छः सेकेण्ड लगने हैं। इसके बाद तो वह ट्रक फौलाद का एक बन्द बक्सा बन जाएगा, जिसे हममें से कोई खोल भी नहीं सकेगा। तुम हमें समझा रहे हो कि महज छः सेकेण्ड में हम ट्रक को रोक भी लेंगे, उसके गार्ड और ड्राइवर पर काबू भी पा लेंगे और आखिरकार दरवाजा भी खोल लेंगे। होश की बात करो मोर्गन, यह महज सब्जबाग है।”
“तुम्हें ऐसा लगता होगा।”—मोर्गन ने उपहासपूर्वक कहा।
“मुझे ऐसा लगता ही नहीं है, मैं इसे जानता भी हूँ। ट्रक को रोक लेने के बाद अभी तुम उसके नजदीक भी नहीं पहुँचे होगे कि वह पूरा ट्रक एक फौलादी बक्सा बन चुका होगा। फिर टाइम लॉक नहीं खुलेगा और भीतर से ट्रांसमीटर सिग्नल भेजने लगेगा।”
“अच्छा?”—मोर्गन ने मजाक उड़ाने के अन्दाज में कहा।
किटसन का मन किया कि उठकर उसका चेहरा बिगाड़ दे लेकिन उसने बड़ी मुश्किल से ही सही—अपने को जब्त किया।
“मुझे अपनी बात पर पूरा यकीन है और तुम्हारी कोई भी बात मुझे मेरे इस यकीन से नहीं हिला सकती।”— किटसन बोला।
“तुम थोड़ी देर के लिए अपनी चोंच बन्द करो और मोर्गन को उसकी योजना बता लेने दो।”—ब्लैक ने हस्तक्षेप करते हुए किटसन से कहा—“और अगर तुम खुद को उससे ज्यादा दिमागदार समझते हो तो क्यों नहीं तुम खुद ही हमारे बॉस बन जाते?”
किटसन का चेहरा लाल हो गया। उसने अपनी गर्दन को झटका दिया और कुर्सी पर कमर टिका ली। उसने बेहद शिकायती निगाहों से पहले ब्लैक और फिर मोर्गन की ओर देखा।
“ठीक है।”—वह बोला—“लेकिन मैं कहे देता हूँ कि यह एक नामुमकिन काम है।”
ब्लैक ने मोर्गन पर निगाह डाली।
“तुम बोलो मोर्गन। तुम्हारी योजना क्या है?”—वह बोला।
“कल मैंने रिसर्च स्टेशन तक के रूट को बड़े गौर से देखा था।”—मोर्गन ने कहना शुरू किया—“ऐजेंसी से रिसर्च स्टेशन तक पूरा तिरानवे मील का फासला है। इसमें से सत्तर मील का सफर हाईवे पर किया जाता है और बाकी दस मील एक अन्य सड़क पर। अगले दस मील एक कच्ची सड़क पर और बाकी तीन मील का सफर एक प्राइवेट रोड से होकर किया जाता है जो सीधी रिसर्च स्टेशन जाती है। मुझे किसी ऐसी जगह की तलाश थी जहाँ हम उस ट्रक को रोक सकें। हाईवे और उससे अगली दस मील की सड़क पर यह काम होना नामुमकिन है, क्योंकि वहाँ लगातार यातायात बहता रहता है। तीन मील की प्राइवेट रोड पर दिन-रात निगरानी होती है चुनांचे वहाँ भी यह काम नहीं किया जा सकता। अब इस तरह हमें अपने काम के लिए उस कच्ची सड़क को चुनना होगा।”—मोर्गन ने अपनी सिगरेट की राख झाड़ी और सामने बैठे तीनों आदमियों को गौर से देखकर आगे कहा—“वह कच्ची सड़क पर एक और ब्रांच रोड है जो हाईवे नम्बर दस तक जाती है। हालाँकि अधिकांश यातायात उस ब्रांच रोड के बजाय रिसर्च स्टेशन के पिछले गेट के पास से गुजरती उस सड़क का इस्तेमाल करता है, जो न सिर्फ दो मील छोटी है, बल्कि उसकी हालत भी बेहतर है। रिसर्च स्टेशन के गेट से कोई दो मील पहले सड़क के दोनों ओर बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं।
और इसके परिणामस्वरूप वहाँ सड़क अपेक्षाकृत संकरी है। ऊपर से उस स्थान पर बेहद घनी झाड़ियाँ मौजूद हैं जिससे छुपकर वार करने के लिए वह जगह एकदम सटीक है।”
ब्लैक ने सहमति में सिर हिलाया।
“ठीक कहा”—वह बोला—“मैं खुद वहाँ उस सड़क से गुजर चुका हूँ और वहाँ के तीखे मोड़ पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बचा हूँ। वहाँ कई दुर्घटनाएँ घट चुकी हैं सो अब वहाँ इस बाबत साइन बोर्ड भी लगा दिया गया है।”
“बिल्कुल सही।”—मोर्गन बोला—“अब तुम जरा ट्रक में मौजूद दोनों आदमियों के बारे में सोचो। उस मौसम में ट्रक के भीतर बेहद गर्मी होगी। हालाँकि वे उस रूट पर गुजर चुके हैं सो उन पर उस गर्मी का खास असर नहीं होगा। अपने सफर के दौरान वे चट्टानों से घिरे सड़क के संकरे भाग पर पहुँचेंगे लेकिन मोड़ से घूमते ही उन्हें अपने सामने एक अजीब नजारा देखने को मिलेगा, चट्टान से टकराने के बाद एक कार वहाँ उल्टी पड़ी होगी और सड़क के बीचों-बीच एक घायल औरत पड़ी होगी जिसके चारों ओर खून का तालाब फैला पड़ा होगा। एक निगाह में वह औरत गंभीर रूप से घायल नजर आएगी।”—मोर्गन आगे की ओर झुककर सीधे ब्लैक की ओर देखते हुए बोला—“ऐसे में तुम मुझे बताओ—ट्रक में मौजूद गार्ड और ड्राइवर की क्या प्रतिक्रिया होगी? क्या वे उस औरत को कुचलकर आगे बढ़ जाएंगे या रुककर यह जानने की कोशिश करेंगे कि वह औरत जिन्दा है या मुर्दा?”
ब्लैक मुस्कुराया।
उसने किटसन की ओर देखा।
“सुना तुमने।”—वह उससे बोला—“यह ख्याली पुलाव है बेवकूफ?”
“वे ट्रक रोक देंगे।”—ब्लैक ने मोर्गन से कहा—“मेरा इस बाबत यह विचार है कि उनमें से एक ट्रक से उतरेगा और दूसरा ट्रान्समीटर से मदद का संदेश भेजेगा।”
मोर्गन ने किटसन की ओर निगाह डाली।
“तुम क्या कहते हो? वे क्या करेंगे?”
किटसन हिचकिचाया और फिर उसने अपने कंधों को झटका।
“मैं सोचता हूँ ब्लैक ठीक कह रहा है।”—आखिरकार वह बोला—“डर्कसन ट्रक से बाहर आएगा और थामस भीतर बैठा रहेगा। उधर डर्कसन जाकर औरत को किनारे खिसकाएगा, वापिस घूमकर ट्रक में जाकर संदेश प्रसारित करेगा और अन्ततः ट्रक आगे बढ़ जाएगा।”
“ठीक है।”—मोर्गन ने सहमति प्रकट की—“खुद मेरा भी यही मानना है।”
उसने जीपो से राय नहीं पूछी जो कभी-कभार ही अपनी राय दिया करता था। उसकी वह राय भी साधारणतया तिजोरी तोड़ने संबंधी मामलों में ही होती थी।
“तो हालात यह हैं कि”—मोर्गन आगे बोला—“एक गार्ड ट्रक के भीतर है और दूसरा बाहर। अब एक बात और बताओ”— मोर्गन ने सीधे किटसन से पूछा—“क्या इन हालातों में भीतर बैठा गार्ड ड्राइवर टाइमलॉक को निष्क्रिय कर वह बटन दबा देगा जिससे वह ट्रक एक फौलाद के अभेद्य बक्से में तब्दील हो जाता है?”
किटसन ने रूमाल निकालकर चेहरे पर उभर आई पसीने की बून्दों को पौंछा और हामी भरी
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Additional information
Book Title | Duniya Meri Jeeb Main : दुनिया मेरी जेब में : The World In My Pocket (Hindi) |
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Isbn No | |
No of Pages | 236 |
Country Of Orign | India |
Year of Publication | |
Language | |
Genres | |
Author | |
Age | |
Publisher Name | Ravi Pocket Books |
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