ब्लू एक्सप्रैस
हैलन
वह खिलखिला कर हंस पड़ी।
नॉट ने एक चुटकुला सुना दिया था।
वह उसके साथ यात्रा कर रही थी, उन दोनों की एक ही मंजिल थी, फ्लोरिडा। नॉट ने जब उसे पहली-पहली बार देखा था वह काउण्टर पर दोनों कोहनियां रखे हुये झुकी हुई थी। उसकी देह पर बांह रहित हल्की चीनी हैंडलूम की मिडी थी। गोरे रंग की देह वाली उस युवती ने अपने भूरे बाल संवार कर पोनी टेल बांधी हुई थी और उसकी कोमल गर्दन पर एक काला तिल, सुडौल बांहें, आकर्षक कटिस्थल और घुटनों के कोमल भीतरी भाग तथा गठी हुई पिंडलियां बनाव-कसाव के प्रतीक थीं और नॉट यह समझ चुका था कि वह दिलकश हसीना है।
यही नॉट की कमजोरी थी।
सूफी उसकी पत्नी थी, वह नॉट की इस कमजोरी से परिचित भी थी मगर उसे नॅाट से कोई शिकायत नही थी। नॉट उसे पत्नी की तरह मानता था। संगिनी की तरह प्यार करता था मगर वो अपने दिल से मजबूर था जो बड़ी जल्दी फिसल जाता था।
लड़की काउण्टर से हटी।
नॉट का दिल धड़क उठा।
वह वाकई हसीन थी, लम्बा चेहरा, खिंची हुई कमान की तरह भवें तीखीं आंखें, नाक, पतले धनुषाकार अधर और नोकीली ठोडी, गोल कंधे, उन्नत आकर्षक वक्षस्थल यकीनन किसी का दिल धड़का देने के लिये काफी था।
“फ्रैंड!” पीछे वाले ने कँधा थपथपाया।
“ओह!” उसे एकटक देखने वाला नॅाट जैसे नींद से जागा, फिर आगे बढ़ गया और काउण्टर पर मुस्कुराती हुई हसीना की ओर बढ़ा“एक फ्लोरिडा!
उसने रुपये लिये।
“एक्सक्यूज मी !” नॉट लोभ संवरण न कर सका“मैडम, अगर मुझसे पहले वाली के पास वाली सीट खाली हो और मुझे मिल जाये तो बड़ी मेहरबानी होगी।”
उसने वही नम्बर दिया।
“थै़क्स!” नॉट ने टिकट लेकर कहा और तेज-तेज कदम उठाता हुआ आगे बढ़ा, फिर कस्टम पर चैकिंग करवाने के बाद वह यान की ओर बढ़ चला।
वह पत्रिका पढ़ रही थी।
नॉट उसके पास वाली सीट पर बैठ गया और अपनी ओर तकती हुई युवती की तरफ देखकर मुस्कुराया, फिर बेल्ट के हुक लगा कर बैठ गया।
नॉट उस वक्त मेकअप में था।
सर पर बालों की विग थी, चेहरे पर झिल्ली थी और आंखों में कॉन्टेक्ट लैंस थे।
वह फिर पत्रिका में व्यस्त हो गईं।
¶¶
“एक्सक्यूज मी!” नॉट ने उसकी ओर नजर घुमाई“क्या मैं पूछ सकता हूं कि आप कहां जा रही हैं?”
फ्लोरिडा!” उसने मुस्कुरा कर उत्तर दिया।
“बड़ी खुशी हुई जानकर।” नॅाट कब चूकने वाला था।
“मैं भी वहीं जा रहा हूँ!”
“मुझे भी खुशी हुई जानकर।” उसने पत्रिका समेट कर अपनी गोद में रख ली।
“मुझे विल्सन कहते हैं।” नॉट ने अपना परिचय देकर पूछा“और आपकी तारीफ?”
“मुझे इरमा सेक्सटन कहते हैं।”
“कहीं आप उन मिस्टर सेक्सटन से रिश्तेदारी तो नहीं रखतीं जो एयर रनर नामक जहाज बनाने वाली कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं?”
नॉट ने यूं ही कहा।
“खूब पहचान लेते हैं आप।” वह भी बातचीत में दिलचस्पी ले रही थी“मैं उनकी पुत्री हूं।”
“अरे, तब तो बड़ी खुशी हुई आपसे मिलकर। नॉट ने हाथ बढ़ाकर गप्प हांक दी—“मैं मिस्टर सेक्सटन के मित्र गैवनर साहब का भतीजा हूं, अंकल को जानता हूं।”
“अच्छा!” उसने हाथ मिलाया।
बहुत ही कोमल हाथ था।
तभी केप्टन ने एनाउन्समेंट किया और वह अपनी बेल्ट ठीक करने लगी।
नॉट मन-ही-मन खुश था।
जिस पर वह फिदा हो गया था उससे मित्रता करने में उसे सफलता मिल गई थी और उसने यह भी महसूस किया था कि वो लड़की भी उसकी ओर आकर्षित है।
“आप करते क्या हैं?”
“मैं इण्डस्ट्री डालने का विचार कर रहा हूँ।” नॉट ने नई हांकी“मेरी शुरू से ही इण्डस्ट्री डालने में दिलचस्पी रही है, इलेक्ट्रॅानिक्स “प्रोक्डक्शन मेरा प्रिय व्यवसाय रहा है।”
“वैरी नाइस आइडिया।”
“मैं फ्लोरिडा उसी सिलसिले में जा रहा हूँ।” नॉट ने और रंग दिया।
“आपका तो वहाँ बंगला होगा?”
“हां....और आप?”
“मैं टरवाइन में ठहरूँगा।” नॉट ने कहा।
“तब फिर आज शाम का डिनर मेरे साथ तय रहा।” इरमा ने कहा।
“मुझे बड़ी खुशी होगी।”
“मुझे भी बेहद खुशी होगी।”
फिर फ्लोरिडा तक पहुंचते-पहुंचते दोनों में ऐसी मित्रता हो गई थी जैसे वे आज नहीं मिले ब्लकि उनकी बहुत पुरानी जान-पहचान रही हो।
नॉट को फ्लोरिडा में वाकई काम था।
उसे गोल्डन आईलैंड से मिले हीरों की बिक्री करने का समय ही नहीं मिल पाया था जबकि सोना बिक गया था। वह किसी अच्छे खरीदार की तलाश कर रहा था।
शाम तक नॉट ने हीरे बेच डाले और पूरी रकम एक बैंक में जमा करवा कर वह टरवाइन में गया जहां उसे कमरा मिलने में कठिनाई नहीं आई और फ्रेश होने के बाद वह एक लकदक सूट में करोड़पति की बेटी इरमा से मिलने चल दिया।
इरमा!
नाम याद आते ही नॉट को लगा कि उसे नशा हो गया है और जब वह लोन सर्किल के एक सफेद बंगले के सामने पहुंचा तो उसके दिल की धड़कनें बढ़ गई थी।
बंगला ऊँचाई पर अन्य बंगलों से हट कर अलग को बना हुआ था। बगुले जैसे सफेद नजर आते उस बंगले के चारों ओर
कमर तक की ऊंचाई की बाउण्ड्री वॉल थी जिसके पीछे एक तरफ लॉन था और दूसरी ओर गार्डन जिसके बीच में गेट से बंगले के पोर्च तक लाल कंकरीट का रास्ता गया हुआ था और पोर्च में एक हसीन आर्स्टन खड़ी हुई नजर आ रही थी जिसे शोफर पोछ रहा था।
नॉट ने टैक्सी सड़क पर ही छोड़ दी थी और पैदल ही पोर्च तक गया तो शोफर ने उसे देखते ही पहले सलाम किया, फिर साथ आने का इशारा किया।
उसने नॉट का नाम भी नहीं पूछा था।
भीतरी भाग में एक अन्य लड़की मिली जो शायद बंगले की नौकरानी थी। शोफर नॉट को उसी लड़की के हवाले करके वापस चला गया और वह सेविका नॉट को लेकर पिछले हिस्से में पहुंची जहां एक और स्विमिंग पूल बना हुआ था।
“हाय!” वह चहकी।
नॉट प्लेटफार्म पर आगे बढ़ा“हाय!”
इरमा उस वक्त पानी में थी, सतह के ऊपर सिर्फ उसका चेहरा ही नजर आ रहा था, बाकी देह पानी के भीतर छिपी हुई थी।
वह तैर कर किनारे आई, फिर रेलिंग पकड़ कर जब ऊपर आई तो नॉट ठगा-ठगा-सा उसका भीगा सौंदर्य देखता रह गया।
लम्बे कद की इरमा को जब उसने पहली बार देखा था तब वह एक हैंडलूम के परिघान में थी मगर इस वक्त एक लोटक और चुस्त ब्रा में उसका सौंदर्य मादक हो उठा था।
उसके गोलोकार कन्धे, सुडौल बांहें, उन्नत घनतापूर्ण मादक वक्षस्थल, हल्का-सा उभार लिये हुए उदर, लम्बी, पुष्ट, कोमल त्वचायुक्त जंघांयें नॉट के दिल में उतर गईं।
“क्या देख रहे हो?” वह करीब आई।
“देख रहा हूँ एक फूल भीगकर किस कदर हसीन हो जाता है।” नॉट ने कहा।
वह हौले से हंसी।
तब तक नौकरानी दो पैग ले आई और इरमा ने अपने हाथों से उसे जाम पेश किया और प्लेटफार्म पर पड़ी हुई लांग चेयर की ओर बढ़ गई।
नॉट उसकी चाल पर मर-मिटा।
जंघाओं के आन्तरिक भाग से लेकर चौड़ी कटावदार पीठ तक हर कदम के साथ जैसे मादक थिरकन उत्पन्न हो जाती थी और कटिबल बनकर मिट जाते थे।
नॉट उसके पास वाली कुर्सी पर बैठा।
“मैं तुम्हारा ही इन्तजार कर रही थी।” उनसे घूंट भरकर कहा“तुम मुझे दिलचस्प आदमी लगे और मिस्टर विल्सन ऐसे आदमी मेरे अच्छे दोस्त बन जाते हैं।”
“मैंने तो जब पहले-पहल तुम्हें काउंटर पर देखा था तभी ठान लिया था कि तुमसे अगर मित्रता नहीं की तो समझ लो कुछ नही किया।” नॉट ने मुस्कुराकर कहा।
“ऐसा?” वह हंसी।
“तुम वाकई बेहद हसीन हो इरमा।” नॉट ने भावुक स्वर में कहा“आई लव यू।”
“मैं नहीं मानती।” इरमा ने सीधे होकर कहा“मुझे तुम्हारी बात पर विश्वास नहीं आया।”
“विश्वास दिला दूं?”
“दिला सकते हो?”
नॉट तो इसकी प्रतीक्षा ही कर रहा था। उसकी बांह इरमा के गले में बिजली की तेजी के साथ पहुंची और किसी फूल की तरह सुडौल काया नॉट के अंक में आयी और पतले अधर नॉट के अधरों में कैद होकर रह गये।
उसने एक गहरी सांस ली।
“अब यकीन आया?”
पतले अधरों पर मुस्कुराहट की रेखायें खिंच आयीं और उसने हाथ उठाकर एक मादक अंगड़ाई ली।
“तुम लॉन में चलो, मैं आ रही हूं।” उसने झुककर नॉट से कहा और कदम आगे बढ़ा दिये।
नॉट गद्गद हो उठा।
वह लहराती हुई चली गई थी और नॉट उसके सुडौल शीतल स्पर्श की सुखद अनुभूति में कमरे पार करते हुए लॉन में आया जहां अब दो कुर्सियां डाल दी गई थीं। उन कुर्सियों के पास ही एक खम्बा गड़ा हुआ था जिससे नीले रंग का एक लैम्प झूल रहा था। चूंकि अन्धेरा अब घिरने को ही था इसलिये उसे जला दिया गया था। नॉट एक कुर्सी खींचकर बैठ गया।
कुछ ही देर बाद इरमा नजर आई।
वह एक काली बांह रहित मैक्सी में थी जिसमें उसका गोरा बदन खिल उठा था।
“मुझे देर तो नहीं हुई?”
“अगर तुम्हारे इन्तजार में मुझे सुबह तक भी बैठना पड़ता तो मैं बैठा रहता।” वह मुस्कुराया।
“अच्छा!” वह हंसी।
तभी नौकरानी आई जो दो पैग लिये थी। एक उसने नॉट को पेश किया और एक इरमा के सामने रखकर चुपचाप वहां से अन्दर की ओर चली गयी।
“तुम वाकई बहुत हसीन हो इरमा।”
“लेकिन मैं परेशान हूँ।” वह एकाएक उदास हो गई“यही खूबसूरती मेरे लिये मुसीबत है।”
“वो कैसे?”
“कोई फायदा नहीं बताने से विल्सन।” उसने गिलास उठा कर कहा“तुम बताओ, कहां चलें?”
“कहीं भी चलने से पहले तुम्हें अपनी मुसीबत मुझे बतानी पड़ेगी।” नॉट ने मौके का फायदा उठाया“मैं तुम्हें मुसीबत में फंसा नहीं देख सकता।”
“इतना चाहने लगे हो मुझे?”
“यही समझ लो।”
वह कुछ क्षणों तक पारदर्शक गिलास में भरी शराब घूरती रही, फिर कुछ घूंट भरने के बाद उसने गिलास मेज पर रख दिया और ट्रे में रखे सिगरेट के पैकेट से एक सिगरेट निकाल कर सुलगा कर धुआं उड़ाया।
वह काफी गम्भीर नजर आ रही थी।
नॉट उसका मुंह तक रहा था।
“वो एक आदमी है।” उसने खामोशी भंग की“मैं नहीं जानती वो क्या करता है। मेरी उससे पहली मुलाकात मीयामी बीच पर हुई थी।” उसने रूककर कश लेने के बाद कहना आरम्भ किया“हम दोनों एक ही होटल में रुके हुये थे, उसने मुझसे डांस की प्रार्थना की थी और मैंने उसके साथ डांस किया, फिर हम दोनों तीन दिन तक साथ रहे। हम दोनों में अच्छी-खासी मित्रता हो गई थी।”
नॉट गौर से सुन रहा था।
“एक दिन वह मुझे न्यूयार्क में मिल गया।” उसने धुआं उड़ाकर कहना आरम्भ किया“पता नहीं वो संयोग था या फिर वह जानबूझकर मिला था। उसने कहा कि एक आदमी बराबर मेरा पीछा कर रहा है और वो मेरी हत्या करने का इरादा रखता है।” उसने रुककर फिर से कश लिया और कहना आरम्भ कर दिया“मुझे भी उसकी बात पर यकीन आ गया क्योंकि उन्हीं दिनों वाकई एक आदमी मेरे पीछे लगा हुआ था। मैं उसकी बातों में आकर उसके साथ हिल एरिया में बने एक केबिन में पहुँच गई जहां मैं उसके साथ पीती रही, फिर अचानक उसे कोई काम याद आ गया और वह मुझे बैठने के लिये जब कहकर जाने लगा तो मैंने उसे रोका क्योंकि मैं बहुत डर गई थी मगर वो नहीं रुका और जाते-जाते मुझे एक रिवॉल्वर भी दे गया ताकि अगर कोई अचानक आ जाये तो मैं अपनी रक्षा कर सकूं।”
“फिर?”
“हे भगवान!” अचानक वह चौंकी और नॉट ने उसका हसीन, गोरा चेहरा पीला पड़ते हुए देखा“तुझे यह सब बातें नहीं बतानी चाहिए थीं, हे भगवान, ये क्या हो गया?”
“इरमा!” नॉट ने उसका घुटना थामकर कहा“इरमा, क्या बात है, डर क्यों गईं?”
अचानक वह हंस पड़ी।
नॉट चकित था।
“खूब बनाया मैंने भी तुम्हें!” वह हंसते हुए बोली“देखा न मैं एक्टिंग भी जानती हूं, स्टोरी भी लिख लेती हूं, सुना तुमने, कितनी बढ़िया स्टोरी लिखने वाली हूँ।”
नॉट की पैनी आंखें उस पर ही थीं।
“तुम बैठो!” वह कुर्सी पीछे खिसका कर उठते हुये बोली“मैं अभी एक काम करके आई।”
कहकर वह घूमी।
“ठहरो!” नॉट एकदम कह गया।
“क्या हुआ?” वह ठिठक गई।
“ये रूमाल लेती जाओ।” नॉट ने जेब से रुमाल निकाल कर बढ़ाया“एकदम नया है ये।”
“ये....।”
“मैं जानता हूं कि अन्दर जाने के बाद तुम रूलाई रोक नहीं पाओगी।”
नॉट ने कहा।
“तुम...।” उसने फिर कुछ कहना चाहा।
“एक्टिंग जरा भी नहीं जानती?” नॉट ने उसके आगे खुद ही कहना आरम्भ कर दिया।
उसने होंठ काट लिया।
“और न तुम कहानी घड़ना जानती हो।” नॉट उसके मन की हालत भांप गया था“तुम्हारी हंसी खोखली थी क्योंकि तुम रो में अपने साथ घटी घटना बता गईं थीं।”
उसने आंखों पर हाथ रख लिये और लगभग दौड़ती हुई भीतरी भाग मैं जा पहुंची। नॉट उसे कुछ क्षणों तक घूरता रहा, फिर धीमे-धीमे कदम उठाता हुआ बढ़ा।
मामला दिलचस्प था।
नॉट दावे के साथ कह सकता था कि वह जो किस्सा सुना रही थी वो सच था। शायद कई दिनों से यह बात उसके मन में उबल रह थी। और आज पता नहीं किस मूड में वह थी कि उसके सामने बता गई, मगर अचानक डर गई।
दो ही वजह हो सकती थीं।
या तो इरमा ने गेट पर उस आदमी का चेहरा देख लिया था, क्योंकि जब वह किस्सा बता रही थी तब उसकी नजर गेट पर ही लगी हुई थी या फिर यह कारण भी हो सकता था कि उस किस्से में उसके अगले मोड़ पर कोई डरावनी घटना थी।
दोनो में से कोई बात अवश्य थी।
“मेम साहब को क्या हुआ सर?” सेविका के चेहरे पर भी अचरज के भाव थे।
“मुझसे नाराज हो गई।” नॉट ने बात बनाई“कहां है वो, जरा मुझे पहुंचा दो वहां तक।”
“आइये।”
नौकरानी को दरवाजे से ही विदा करने के बाद नॉट ने शयन कक्ष में प्रवेश किया तो छत से झूलती हुई पीली मसहरी में मुंह के बल लेटी हुई इरमा नजर आई।
वह आगे बढ़ा।
इरमा रो रही थी।
नॉट ने उसके करीब बैठ कर प्यार से उसके गोरे कंधे पर हाथ रखा, कोमल ग्रीवा पर झुक कर चुम्बन अंकित कर दिया और वह एकदम सीधी हुई, फिर नॉट के सीने में सर छिपा कर रोने लगी।
नॉट ने प्यार से उसकी पीठ पर हाथ घुमाया।
बड़ी कठिनाई से वह संयत हो सकी, फिर नॉट ने सेविका से नये पैग बनाकर लाने के लिये कहा और शराब के घूंट तथा सिगरेट के कश लेने के बाद वह बात करने लायक हुई।
“मैं कई दिनों से यह बात सीने में दबाये हुये थी।” उसने नॉट की ओर देखा जो पलंग पर कोहनी के बल अधलेटा होकर सिगरेट का धुआं उड़ा रहा था“तुम्हारे आने से पहले अचानक उसका फोन भी मिला था, मैं परेशान हो गई थी। इसीलिये शाम को स्वीमिंगपूल में उतर गई थी, और जब तुम आ गये तब बातों-बातों में मेरे मुंह से निकल भी गया, मगर विल्सन, अगर तुम जरा सा भी मुझे प्यार करते हो तो यह बात किसी को मत बताना, तुम्हें मेरी कसम इसे भूल जाना।”
“लगता है तुम्हें मुझ पर यकीन नहीं है।” नॉट ने कहा“इरमा तुम मुझे नहीं जानती, मैं जिसे एक बार प्यार करता हूँ तो उसके लिये जान देने में भी नहीं हिचकता, मैं वादा करता हूँ कि अगर तुम मुझसे कुछ भी नहीं छिपाओगी, सब कुछ बता दोगी तो मैं तुम्हे इस मुश्किल से निकाल दूंगा।”
“सच?”
“मैं एक जबान बोलता हूँ।”
उसने झुक कर अधर टकरा दिये।
“बताओ डार्लिंग!” नॉट ने अवसर देखकर कहा।
“उसके जाने के बाद क्या हुआ?”
मगर नॉट ने नहीं टोका।
“वो मुझे रिवॉल्वर देकर चला गया।” उसने दीवार को घूरते हुए कहना आरम्भ किया“उसने कहा था कि वह बाहर से दरवाजा बन्द करके लॉक कर देगा, और मैंने कुण्डा लगने और ताला लगने की आवाज भी सुनी थी, मगर विल्सन पता नहीं कैसे जो आदमी मेरा पीछा कर रहा था वो धोड़ी देर बाद ही दरवाजा खोल कर मेरे सामने आ गया।”
“अच्छा!”
इरमा सिहर उठी थी।
उसके रोंगटे खड़े हो गये थे।
“मैं काफी पिये हुये थी विल्सन!” वह कहने लगी“मैं यही समझी कि वह मेरी हत्या कर देने के लिये आया है और बस मैंने उस पर फायर कर दिया था।
“अरे!”
“विल्सन सच कह रही हूँ, गोली उसके सीने में लगी और वह मर गया।” दहशत से इरमा की आँखें फैल गई थीं, “मैं उसकी लाश ठीक से देख भी नहीं पाई थी कि मेरा मित्र भी वहां भूत की तरह आ गया।”
“और तब से वह आज तक तुम्हें ब्लैकमेल कर रहा है।” नॉट ने एक गहरी सांस लेकर कहा।
“तुमने कैसे जाना?”
“खैर, यह बताओ कि अब तक तुम्हें वह कितनी रकम की चोट दे चुका है?”
“एक पैसे की नहीं।”
“फिर?” नॉट को आश्चर्य हुआ।
“वह मुझे बार-बार यह कह कर कि वह पुलिस के हाथ में जाने से मुझे बचा रहा है, मुझे बस डरा देता है।” इरमा ने बताया“और कहता है कि मुझे एक दिन उसका एक काम अवश्य ही करना पड़ेगा।”
“आज क्या बोला?”
“मुझसे ब्लू-एक्सप्रेस नाइट क्लब में मिलेगा।”
“ब्लू-एक्सप्रेस नाइट क्लब।”
“हां, वैसे उसे टालने के लिए मैंने बताया था कि मेरा एक मित्र मेरा पीछा नहीं छोड़ रहा है।” वह बोली“वो बोला उसे भी ले आओ, वह सब सम्भाल लेगा।”
“हूं!” नॉट सीधा हुआ।
“मैं बुरी तरह फंस गई हूं।”
“उस आदमी ने, जिस पर तुमने फायर किया था, उसने तुमसे कुछ कहा भी था।”
“हां।” इरमा बोली“मुझे पूरी बात तो याद नहीं, इतना याद है वो हीरों के बारे में पूछ रहा था, उसने हीरे शब्द का प्रयोग कई बार किया था।”
“खैर, अब तुम तैयार हो जाओ।”
“मगर तुम करोगे क्या?”
“यह मेरा काम है।” नॉट ने कहा“तुम वहां यह मत जाहिर होने देना कि मुझे सब पता है मगर इशारे से मुझे बता देना कि वह कौन-सा आदमी है।”
“ठीक है!”
“एक बात और बताओ!” नॉट ने कहा“उसके पास तुम्हें फंसाने के लिये सुबूत क्या है?”
“फोटो!”
वह उठते हुये बोली“उस बदमाश ने पहले से वह कैमरा लगा रखा था मगर वो ऑटोमेटिक कैमरा लगता है। उसने बाहर छिपकर स्टार्ट किया था।”
“खैर, अब उठो, उससे तो मैं निपट लूंगा मगर तुम उसके इशारों पर चलती रहना!”
“अगर वो कहीं ले गया?”
“तो चली जाना।” नॉट ने कहा“तुम एक बात तय समझ लो कि मैं तुम्हारे साथ हूं।”
इरमा ने आगे बढ़कर अधर बढ़ा दिये।
फिर नॉट को आधा घण्टे इन्तजार करना पड़ा।
वह बैठक में सिगरेट का धुआं उड़ाते हुये इरमा के बारे में ही सोच रहा था। हसीन लड़की के जब पीछे पड़ा था तब उसने यह नहीं सोचा था कि ऐसा दिचस्प मामला सामने आयेगा। इरमा ने जो कहानी सुनाई थी उससे यह साफ जाहिर था कि उस आदमी ने बड़ी सूझबूझ और होशियारी के साथ इरमा को ब्लेकमेंलिंग के जाल में फंसा लिया था। उसने एक तीर से दो शिकार किये थे। एक तो
उस आदमी को अपने रास्ते से इरमा के द्वारा हटा दिया था और दूसरे भोली लड़की को भी अपने जाल में जकड़ लिया था।
इसके पीछे अवश्य ही कोई उद्देश्य था।
गाढ़ा रहस्य था।
इरमा एक हसीन ही नहीं ब्लकि एक करोड़पति बाप की बेटी थी। मिस्टर सेक्सटन न केवल धनी थे, उनके सम्पर्क पूरे संसार में फैले हुये थे। वायुयान के पार्ट बनाने वाली यह संसार की सबसे बड़ी कम्पनी थी और मिस्टर सेक्सटन न सिर्फ इस फर्म के मैनजिंग डायरेक्टर थे बल्कि काफी बड़ी संख्या में शेयर खरीद कर लाभांश के हिस्सेदार भी थे।
इरमा काफी उपयोगी साबित हो सकती थी।
विशेषकर तस्करों के लिए।
“सॉरी डार्लिंग।”
नॉट ने चौंक कर सर उठाया और सामने खड़ी इरमा को देखता ही रह गया।
उसके दिल की धड़कनें फिर बढ़ने लगीं।
हसीन इरमा हुस्न का एक सुलगाता हुआ शोला नजर आ रही थी जिसकी नस-नस में मादकता थी।
वह उस समय लाल सुर्ख बांह रहित जैकेट नुमा टॉप पहने थी जिसमें उसकी गोरी बांहें, सुडौल वक्ष स्थल की पुष्टता और भी निखर उठी थी और कमर में भी लाल रंग की ही मिनी स्कर्ट गजब ढा रही थी। उसकी लम्बी जंघाओं की पुष्टता और कोमलता एक आकर्षण उत्पन्न कर रही थी।
वह लाल रंग के सैंडिल भी पहने थी।
“कमऑन डार्लिंग!”
वह लचक कर बोली और अपना खूबसूरत लाल दस्तानों में छिपा हाथ उसकी ओर बढ़ाकर मुस्कुराकर बोली“हमें क्लब भी चलना है!”
“ओह!”
नॉट उसका हाथ थामकर उठा, फिर उसकी गोरी बलखाई हुई कमर में बांह पहना कर उसके साथ पोर्च में आया जहां हसीन आस्टिन चमचमा रही थी।
एयर कन्डीशन कार।
शोफर ने इन्हें देखते ही पिछला द्वार खोल दिया, फिर पहले इरमा बाद में नॉट बैठा और इरमा ने ड्राइवर को पता बता कर सीट की पुश्त से पीठ टिका ली।
“कहां गुम हो गये?”
“तुम्हारे ही ख्यालों में!”
“मैं तो अब तुम्हारी हो चुकी हूं डार्लिंग!” उसने अपनी बांह गले में पहना दी।
नॉट ने कण्ठस्थल पर चुम्बन अंकित किया।
“यह भी संयोग ही है कि तुम मुझे मिल गये।” इरमा ने सरसराते हुये स्वर में कहा“अगर नहीं मिलते तो आज की शाम पता नहीं कैसे गुजरती।”
“अगर तुमने मुझे नहीं बुलाया होता तो मैं चोरों की तरह बंगले में तो आता ही।”
“इस कदर फिदा हो!”
“तुम्हारे हुस्न ने मुझे दीवाना बना दिया है हनी!” नॉट ने सुडौल उरोजों पर दुलार करते हुए कहा“इतना कि मैं जान पर भी खेलने के लिए तैयार हूं!”
इरमा ने उसके कंधे पर सर रख दिया।
खूबसूरत कार ने ब्लू एक्प्रेस की शानदार इमारत को घेर कर खड़े हुए कम्पाउण्ड में प्रवेश किया और बांयी ओर धूल उड़ाती एक ओर फिसलने लगी।
ढलान की समाप्ति पर शोफर ने कार रोक कर उतरने के बाद कार का पिछला दरवाजा खोला और पहले नॉट उतरा फिर उसकी बांह थाम कर कर इरमा निकली।
दरबान ने सर झुका कर स्वागत किया, फिर शीशे का दरवाजा खोलकर खड़ा हो गया। नॉट ने इरमा की कमर में बांह पहनाये हुए कारीडोर में प्रवेश किया जहां अन्दर भी रिसेप्शन के लिए क्लब के कर्मचारी थे।
उन्हें हॉल में पहुंचाया गया।
इरमा क्लब की सदस्य थी।
उन्हें एक कोने में सीट मिली लेकिन वहां से पूरे हॉल का जायजा लिया जा सकता था। अर्ध चन्द्राकार कुशन पर नॉट इरमा के साथ बैठा और एक युवती ने आकर ड्रिंक्स का आर्डर लिया और फिर दूसरी ने आकर डिनर के लिये मीनू नोट किया और इठलाती हुई अगली मेज की ओर बढ़ी।
“वह अभी यहां नहीं है।”
“जब आ जाये तब बताना।” नॉट ने डालस की ओर देखा जहां रेशमी पर्दा लहरा रहा था“लेकिन यह उसे पता नहीं चलना चाहिए कि तुम उसकी पहचान बता रही हो।”
“मेरा दिल धड़क रहा है।” वह नॉट के हाथ पर हाथ रखकर बोली“पता नहीं किसलिये उसने मुझे बुलाया, कहीं ब्लैकमेल करके अपराध न करवा दे।”
“घबराने की कोई जरूरत नहीं !”
“वो आ चुका है!” इरमा ने सर झुकाये हुए कहा“लाल सूट और सफेद हैट लगाये हुए है!”
“यह भी एक इत्तफाक ही है कि लाल सूट तुम भी पहने हुए हो।” नॉट ने मुस्कराकर कहा, फिर कनखियों से लाल सूटधारी व्यक्ति की ओर देखा।
वह उस समय कुछ तिरछा खड़ा हुआ था और गठे बदन वाली युवती से बात कर रहा था, फिर उसने उसकी कमर में बांह पहनाई और मेज की ओर बढ़ा।
नॉट की उंगलियाँ गिलास पर सख्त हो गयीं और उसकी कनपटियां सुलगने लगीं।
उसने फैल्ट उतार दिया था।
नॉट उसे पहचान चुका था।
वह होस्कर था, हीरों का अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का एक सफेदपोश तस्कर जिसे पकड़ने के लिए सिर्फ अमेरिकन गु्प्तचर विभाग ही नहीं इन्टरपोल के जासूस भी सर पटक-पटक कर रह गये थे मगर एक छोटा-सा सुबूत भी उसके खिलाफ नहीं जुटा सके थे।
वह आजाद था।
अब से नहीं बहुत पहले से वह होस्कर को जानता था और उसने एक बार नॉट को हीरों के व्यापार में बड़ी तगड़ी चोट भी दी और एक तरह से अपने बजाए नॉट को इन्टरपोल के जासूसो के चक्कर में फंसा दिया था।
वह बड़ी कठिनाई से बचा था।
उस घटना के बाद से होस्कर अचानक पर्दे पर से गायब ही हो गया था। हालाकि नॉट भी उसे अपने चक्करों में एकदम भूल-सा गया था। और जेहन से उतरा हुआ आदमी आज अचानक संयोगवश सामने आ गया था।
“पहचान लिया न?” इरमा ने घूंट भरकर कहा“वह एक बीटल्ज लड़की से बात कर रहा है।”
“उसने तुम्हें कोई संकेत किया?”
“अभी नहीं!”
“आओ डांस करें।” नॉट ने बाहें बढ़ा दीं और इरमा ने सहर्ष अपनी बांह दे दी।
डायस पर से पर्दा हट गया और डांस के लिये धीमे-धीमे झांझ बजने लगी जो नाचने वाले हसीन जवान जोड़ों को नृत्य के लिए आमन्त्रित कर रही थी।
“अब उसके बारे में कोई बात नहीं करना!’ नॉट ने उसके गले में बांह पहनाकर सर झुकाते हुए कहा“बात हम अकेले में ही करेंगे।”
उसने सर हिला दिया।
फिर वे डायस पर आये।
जोड़ों के आते ही अन्य साज भी बज उठे और जोड़ों के शरीर धुन पर थिरक उठे।
नॉट इरमा के साथ प्रकट में तो नाच रहा था मगर नजरें उस पर ही थीं जो अब उस सामान्य कद और गठीले बदन वाली युवती की कमर में बांह पहनाये डायस की ओर आ रहा था।
फिर वे भी नाच में शामिल हो गये।
नॉट उन पर ही नजर रखे हुए था, होस्कर ने उस युवती से कुछ कहा और वह झूमती हुई नॉट व इरमा के बीच आ गई और बेतकल्लुफी से अपनी बांहें उसके गले में पहना दीं।
इरमा की बांह हेस्कर थाम चुका था और नॉट मन-ही-मन मुस्कुराते हुए सोच रहा था कि किस सफाई से उसने इरमा को नाचते-नाचते उससे अलग कर दिया है।
“कैसे हो डार्लिंग?”
“माफ कीजिए मैंने आपको पहचाना भी नहीं!” नॉट ने उसकी बलखाई कमर पर हाथ रखकर कहा“और आपने मेरी प्रेमिका को भी अलग कर दिया।”
“तुम्हारी याददाश्त लगता है बहुत कमजोर है!” वह उसके सीने के समीप होकर बोली“तुम्हें याद नहीं हम पिछले माह ही मियामी बीच पर मिले थे।”
वह झूठ बोल रही थी।
सफेद झूठ।
पिछले माह वह हवाई में था और वहां से सोना लेकर बेचने के बाद वह सूफी के साथ लंदन चला गया था, फिर ब्रिटेन की हसीन वादियों में इंग्लैंड और वेस्टइण्डीज की टीमों के बीच रोमांचक और आकर्षक क्रिकेट मैच का आनन्द लेकर वहां से स्विटजरलैंड होते हुए एक सप्ताह पहले आया था। इसलिये एक माह पहले मिलने का तो सवाल ही नहीं था।
वो बेवकूफ बना रहा थी।
मगर वो आकर्षक थी।
मादक थी।
अपने सीने के समीप पाकर नॉट का दिल धड़क उठा था और वो ठोस कोमल त्वचायुक्त बांह पर हाथ घुमाने का लोभ संवरण करने में असफल रहा था।
“क्या वाकई तुम्हें याद नहीं?”
“बिल्कुल नहीं!”
“बड़े निर्मम प्रेमी हो।” वह उसके और समीप आ गई“नयी खूबसूरत लड़की से मिलकर पुरानी को भूल जाते हो। याद करो, डार्लिंग हम सन क्लब में नशे में चूर होकर एक-दूसरे की बाहों में झूम कर रहे थे, प्यार रहे थे।”
“अब मैं समझ गया !”
“क्या?”
“आपको अवश्य ही कोई गलत फहमी हो गयी है!” नॉट ने उसकी पुष्ट मांसल पीठ की कोमलता पर दुलार किया“मैं वो नहीं जो आप समझ रही हैं।”
“क्या ऐसा हो सकता है ?” उसने दूर होने की कोशिश नहीं की थी“कि एक सूरत के दो आदमी हों, क्या तुम एल्विन फिंग नहीं हो, जिसे प्यार से विकी कहते हैं!”
“मुझे अफसोस है मादाम!” नॉट ने कहा“न मैं फिंग हूं और न मुझे विकी कहते हैं!”
“हे भगवान! कितनी समानता है तुममें और उसमें।” वो तब भी बाहें पहनाये हुए थी।
“हो सकता है!”
“लेकिन क्या आज रात के लिए तुम विकी नहीं बन सकते हो?” वो तब भी पीछा नहीं छोड़ रही थी“क्या तुम मुझे बांहों में लेकर प्यार नहीं करोगे?”
“मेरे साथ कोई और भी है।”
“मैं प्यासी हूं मिस्टर अनजान!” उसने मादक नजरों से उसे देखा“बहुत प्यासी हूं मेरे विकी!”
“आपकी तबियत लगता है ठीक नहीं है!” नॉट उसे बराबर काट रहा था“आप आराम किजिए।”
“मुझे तुम्हारी बाहों में ही चैन मिलेगा डार्लिंग।” वह भी एक कलाकार ही थी।
“चैन इन्सान को ताबूत में लेटने के बाद ही मिलता है।” नॉट ने उसे फिर बोर किया।
“लेकिन प्यास नहीं बुझेगी।” वो गले ही पड़ती नजर आ रही थी“मुझे ले चलो डार्लिगं कहीं ऐसी जगह जहां खामोशी हो, एकदम खामोशी, चाँदनी खिली हुई हो, ठण्डी-ठण्डी हवायें बह रही हों ओर बस हम दो हों।”
“आप कविता अच्छी कर लेती हैं।” नॉट ने कनखियों से होस्कर की ओर देखा।
उसे ईर्ष्या होने लगी।
इरमा की बाहें उसके गले में थीं और वे दोनों एक तरफ अन्य जोड़ों से अलग हटकर धीमें-धीमें बातें कर रहे थे और बार-बार उनके अधर बढ़ जाते थे।
नॉट का ध्यान भंग हुआ।
उस हसीना ने उसका चेहरा हथेलियों में थाम लिया था और उसके मोटे-मोटे उभरे हुए अधर पता नहीं नॉट के अधरों से क्या कहे जा रहे थे।
नाच समाप्त हुआ।
वह पीछे लग गयी थी।
“मिगीजा को बहुत कम मर्द पसन्द आते हैं।” वो नॉट की बांह अपनी दोनों बांहों में थामे थी“अजनबी पता नहीं क्यों तुम मेरे दिल में उतरते चले गये हो।”
“यह तो बड़ी गम्भीर बात है।”
“विल्सन!” तभी इरमा पास आयी“आई एम सॉरी मेरे एक पुराने मित्र मिल गये हैं।”
“थैंक्यू डार्लिंग!” नॉट के बजाए मिगिजा ही बोल पड़ी—“हम भी पुराने मित्र ही हैं।”
“इरमा, यह मुझ पर ज्यादती है।” नॉट ने जानबूझकर कहा“सरासर जुल्म हो रहा है।”
“डार्लिेग वो मेरा बहुत ही पुराना मित्र है, फिर यह लड़की भी तो हसीन है, दिलकश है।”
“मुझे प्यार चाहिए विल्सन डार्लिंग।” उसने नॉट का हाथ थामकर नशीले स्वर में कहा।
“लेकिन इरमा कम-से-कम जुदा होने से पहले एक बार प्यार तो बिखरा दो।” नॉट ने किसी भावुक प्रेमी की तरह कहा“मुझे यही काफी शांति देगा।”
इरमा ने मुस्कुराकर मिगिजा का हाथ हटाया और नॉट के अधरों की ओर अधर बढ़ाये।
नॉट ने आंखों के संकेत से पूछा।
“बंगले पर पहुंचो।” वह फुसफुसाई।
नॉट ने अधर बढ़ा दिये।
इरमा होस्कर की ओर बढ़ गई थी मगर जाते-जाते उसे संकेत दे गयी थी। बस उसे इस बला से गला छुड़ाना था जो इरमा वाली कुर्सी पर बैठ गयी थी। हालांकि वह हसीन थी, गठीली काया की स्वामिनी थी। उसके ऊँचे चमकते हुए कंधे, ठोस बांहें, घन्नतापूर्ण उन्नत वृहदाकार वक्षस्थल और थरथराती हुई जंघाओं में अपना एक अलग ही सौंदर्य था मगर वह रोमांस के मूड में नहीं था।
“तुम बहुत आकर्षक हो विल्सन।” मिगिजा ने अपनी बाहें फैलाकर नशीली आवाज में कहा“आओ हम इस शोर-गुल से दूर कहीं एकांत में चले।”
“नहीं। नॉट उखड़े हुए स्वर में बोला।
“हम प्यार के सपनों में डूबकर एक-दूसरे के हो जायेंगे।”
मिगिजा ने हाथ पकड़ लिया।
“जरा शांत रहो।” नॉट ने कुछ चिड़चिड़े स्वर में कहा“मेरा मूड ऑफ हो गया है।”
“क्या मैं तुम्हें पसंद नहीं?”
“वेट्रेस!” नॉट ने आवाज दी।
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